Parallel: AI के लिए नया इंटरनेट
कंपनी का कहना है कि अब तक इंटरनेट इंसानों के लिए बनाया गया था लेकिन आने वाले समय में इसका सबसे बड़ा इस्तेमाल AI करेगा। Parallel ऐसा सिस्टम बना रहा है जिससे AI सीधे जानकारी मांग सके उसे समझ सके और सटीक तरीके से इस्तेमाल कर सके। पराग अग्रवाल का कहना है, अब इंटरनेट का इस्तेमाल सिर्फ इंसान ही नहीं बल्कि AI भी कर रहा है। AI बहुत तेजी से और बड़े पैमाने पर जानकारी खोज और समझ सकता है।
टीम और फंडिंग
स्थापना: 2023 टीम: 25 सदस्य, मुख्यालय पैलो ऑल्टो फंडिंग: $30 मिलियन मुख्य निवेशक: Khosla Ventures, First Round Capital, Index Ventures कंपनी ने पहले ही कई तेजी से बढ़ती AI कंपनियों और सार्वजनिक संस्थाओं के रिसर्च टास्क को सपोर्ट करना शुरू कर दिया है।
Deep Research API: इंसानों और AI से आगे
Parallel ने Deep Research API पेश किया है। कंपनी का दावा है कि यह सिस्टम दो मुश्किल टेस्ट में इंसानों और GPT-5 जैसे बड़े AI मॉडल्स से भी बेहतर साबित हुआ है। इसका इस्तेमाल कई AI कंपनियां और कोडिंग एजेंट्स डॉक्यूमेंट खोजने और प्रोग्रामिंग की गलतियां सुधारने के लिए कर रहे हैं।
Parallel के मुख्य सिद्धांत
एकीकृत ढांचा (Unified Infrastructure): डेटा, कंप्यूट और तर्क को एक साथ लाना, ताकि बेहतर नतीजे मिल सकें। सरल इंटरफेस (Declarative Interface): AI सिर्फ यह बताएगा कि उसे क्या चाहिए और सिस्टम खुद तय करेगा कि इसे कैसे लाया जाए। पारदर्शी श्रेय (Transparent Attribution): हर जानकारी के स्रोत को मान्यता दी जाएगी और उसके योगदान को मापा जाएगा। खुला बाजार (Open Market): जो लोग जानकारी देंगे उन्हें आर्थिक इनाम मिलेगा।
भविष्य की दिशा: AI के लिए इंटरनेट
Parallel का मिशन समृद्धि के लिए निर्माण है यानी AI के लिए इंटरनेट को न्यायपूर्ण, पारदर्शी और उपयोगी बनाना। कंपनी का मानना है कि अगर इंटरनेट को AI के लिए तैयार नहीं किया गया तो आगे चलकर जानकारी कई हिस्सों में बंटकर बंद हो सकती है। Parallel सिर्फ रिसर्च का साधन नहीं है बल्कि यह इंसानों और AI के सहयोग से इंटरनेट का एक नया इकोसिस्टम बना रहा है।