इस दौरान बिजली आपूर्ति भी ठप हो गई। बारिश के दौरान मुख्य बड़े नालों में पानी की निकासी अवरूद्ध होने से गांधी चौराहा, एसबीआई बैंक से सर्राफा बाजार, कोलियों का बड़, रेगर बस्ती समेत कई इलाकों में सड़कें दरिया बन गई। सड़क से नीचे बनी दुकानों व मकानों में पानी घुस गया। जिससे लोगों की परेशानी बढ़ गई। उसके बाद करीब एक घंटे रूक-रूककर कभी हल्की तो कभी रिमझिम बारिश होती रही। यहां दो घंटे में 73 मिमी बारिश दर्ज की गई। सांगोद क्षेत्र के हरिपुरा व भूलाहेडा़ गांव में भी तेज बारिश के दौरान आम रास्ते दरिया बन गए।
हालांकि दोपहर बाद सड़कों से पानी उतरने के बाद लोगों को घर एवं दुकानों के सामने जमा हुए कीचड़ की घंटों तक सफाई कर पसीना बहाना पड़ा। मौसम साफ रहा और शाम होते-होते फिर धूप खिली। बिजली आपूर्ति नहीं होने से जलापूर्ति भी देरी से हुई। करीब डेढ़ घंटे की देरी से नलों में पानी आया। वहीं, बारां जिले के छबड़ा में 1, छीपाबड़ौद में 5 व अटरू में 50 एमएम बारिश दर्ज की गई। झालावाड़ जिले के बकानी में 2, गंगधार में 8, खानपुर में 9, पचपहाड़ में 5 एमएम बारिश दर्ज की गई।
अटरू में दो इंच से ज्यादा बरसात बारां जिले में बीते 24 घंटों में अटरू में 57, अन्ता में 1, मांगरोल में 90, छबड़ा में 16, छीपाबड़ौद में 7 एमएम बरसात हुई। रविवार को अधिकतम तापमान 33 तथा न्यूनतम तापमान 28 डिग्री यथावत बना रहा।
कोटा में अब तक 911.2 एमएम बरसात कोटा शहर में इस सीजन में अब औसत से अधिक बरसात हो चुकी है। कोटा शहर में 732 एमएम औसत बरसात होती है, लेकिन अब तक 911.2 एमएम बरसात हो चुकी है।
आगे ऐसा रहेगा मौसम
मौसम विभाग के अनुसार, कोटा संभाग में 16 अगस्त तक मध्यम से तेज बरसात हो सकती है।