सरकार ने की थी तैयारियां
सिग्नल फ्री बनाने से पहले सरकार ने काफी समय तक तैयारियां कीं और करीब 2 दर्जन से ज्यादा फ्लाईओवर और अंडरपास बना दिए जिससे सभी बड़े चौराहों पर ट्रैफिक लाइट्स की जरूरत ही खत्म हो गई। साथ ही चौराहों पर लगने वाली पुलिस टीम को भी राहत मिली। फ्लाईओवर और अंडरपास बनने से सिग्नल फ्री व्यवस्था लागू हो गई जिसके बाद ट्रैफिक जाम से निजात मिल गई। साथ ही कोचिंग सिटी में पढ़ रहे कई बच्चों को लेट होने की दिक्कत भी खत्म हो गई। पहले यहां लग जाता था लंबा जाम
पहले कोटा शहर के कई चौराहों जैसे एरोड्रम चौराहा, गोबरिया बावड़ी चौराहा, घंटाघर चौराहे पर लंबा जाम लग जाता था लेकिन सिग्नल फ्री होते ही लोगों को इससे राहत मिल गई। कई जगहों पर ट्रैफिक नियमों के अनुसार वाहन पर बैठे दोनों लोगों को हेलमेट लगाना जरूरी होता है लेकिन यहां के निवासी बताते हैं कि यहां सिर्फ आगे बैठे व्यक्ति के लिए हेलमेट जरूरी है।