पेचवर्क के नाम पर लीपापोती
पत्रिका टीम ने दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे का लबान से गोपालपुरा तक जायजा लिया। इसमें सामने आया कि जगह-जगह से उखड़ी सड़क पर पेचवर्क के नाम पर लीपापोती की जा रही है। सड़क कई जगह से बैठ गई है। इस पर मिट्टी डाली जा रही है। लबान से कोटा के गोपालपुरा तक एक्सप्रेस-वे पर तीन पैकेज में कार्य किया गया। इसमें पैकेज-12 लबान से मंडावरा तक 28 किमी तक जीआर इन्फ्रा प्रोजेक्ट ने 1071.27 करोड़ का कार्य किया। पैकेज-13 में मंडावरा से कराडिया तक सीडीएस इंफ्रा प्रोजेक्ट ने 939.88 करोड़ का 29 किमी का कार्य किया। पैकेज-14 कराडिया से गोपालपुरा तक 887.53 करोड़ की लागत से जीएचवी कंपनी ने किया है।गोपालपुरा पर कटाव
गोपालपुरा के पास भी कटाव के कारण रैलिंग क्षतिग्रस्त हो गई। इस रूट पर पुलिया पर दरारें आ गई, जिसे भरकर लीपापोती की जा रही है। मंडावरा के पास भी पैचवर्क चल रहा है।
चम्बल पुलिया की रैलिंग क्षतिग्रस्त
सवाईमाधोपुर की तरफ से आने वाले वाहन लबान से एक्सप्रेस-वे पर चम्बल नदी के ऊपर पुल बना हुआ है। पानी के कटाव के कारण एक्सप्रेस-वे की सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त हो गई है। लबान के पास चम्बल नदी की 347 चैनेज के पास दो सौ फीट से अधिक साइड रैलिंग (एमबीबीसी) क्षतिग्रस्त होकर गिर गई है। वहीं झाडगांव के 355 चैनेज के पास बीच सड़क पर गढ्डे हो गए और जगह-जगह दरारें गई। लबान से कराडिया तक कई जगहों पर गड्ढे हैं, जहां पेचवर्क किया गया।दुरुस्त करवा रहे हैं
लबान के पास चम्बल पुलिया के नीचे रिटेनिंग वॉल का सीसी प्लेटफॉर्म तैयार किया था, बारिश से वह डैमेज हो गया। इस कारण कटाव हुआ है। उसे दुरुस्त करवा रहे हैं। जहां-जहां गड्ढे हैं, उनकी मरम्मत का कार्य चल रहा है।संदीप अग्रवाल, परियोजना निदेशक, एनएचएआइ, कोटा खंड