पहाड़ी कोरवा को पीएचसी लेमरू में जरूरी उपचार कर जान बचाई गई और फिर मेडिकल कॉलेज जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। तत्कालिक सहायता के तहत इसे 500 रुपए वन विभाग द्वारा प्रदान किए की गई। लेमरू स्वास्थ्य केन्द्र की टीम द्वारा त्वरित चिकित्सकीय सेवा उपलब्ध कराया गया और पहाड़ी कोरवा की जान बचाई जा सकी।
जिला मुख्यालय का सरहदी पहाड़ी कोरवा बसाहट ग्राम पेण्ड्रीडीह में निवासरत रति राम पिता सुन्दर साय अपनी पत्नी मान कुंवर के साथ सोमवार को जंगल में कुछ जरूरतों के लिए गया हुआ था, तभी अचानक एक मादा भालू ने अचानक इन पर हमला कर दिया। इस हमले से रति राम के बाएं कंधे पर गहरी चोट लगी है। जिससे रति राम खून से लथ-पथ हो गया। भालू ने अपने पंजे के पैने नाखूनों से उसे बुरी तरह नोंच लिया। रतिराम की पत्नी भालू के धक्के से दूर जा गिरी। इसके तत्काल बाद वनकर्मी एवं वन रक्षकों के द्वारा गंभीर हालत में घायल एवं चोटिल अवस्था में रतिराम को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लेमरू लाया गया।
लेमरू अस्पताल में आवश्यक उपचार किया गया तथा रेबीज वायरस से बचने के लिए एंटी रेबीज इयुनोग्लोबुलिन लगाया गया। इसके बाद मरीज की स्थिति तथा गंभीरता को देखते हुए उसे डायल 112 की मदद से जिला अस्पताल मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर किया गया। इस दौरान पीएचसी लेमरू में एलआर गौतम तथा नर्सिंग स्टॉफ मंजू रानी द्वारा चिकित्सकीय सेवा प्रदान कर मरीज की स्थिति को नियंत्रित कर कोरबा रेफर किया गया। वन विभाग से बनर्जी, कँवर, गायकी याग्यवल्कय एवं राणा द्वारा मरीज को अस्पताल तक लाने आवश्यक सहयोग किया गया। मरीज खतरे से बाहर बताया जा रहा है।