एसईसीएल प्रबंधन द्वारा लगभग एक सप्ताह पूर्व ही बैठक लेकर सभी निजी कंपनियों को निर्देश दिए गए थे, कि खदान परिसर में टू-व्हीलर वाहनों का प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। इसी आदेश के पालन में चेक पोस्ट पर तैनात सीआईएसएफ कर्मियों ने निजी कंपनियों के कर्मचारियों को मोटरसाइकिल समेत खदान के अंदर जाने से रोक दिया गया।
बाइक को अंदर ले जाने से मना करने पर चेक पोस्ट के पास बाइक के साथ ठेका श्रमिकों की कतार लग गई। इसके कारण काफी देर तक के चेक पोस्ट के पास जाम और अफरा-तफरी का माहौल बन गया। गेट पर रोके जाने से नाराज श्रमिकों का कहना था कि उन्हें पहले से टू व्हीलर वाहनों के प्रतिबंध की जानकारी नहीं दी गई थी। अचानक इस तरह रोकने से उन्हें काफी परेशानी हुई।
सुरक्षा कारणों से लिया गया है निर्णय
प्रबंधन द्वारा ठेका श्रमिकों को बताया गया है कि यह निर्णय खदान क्षेत्र में सुरक्षा कारणों से लिया गया है। खदान में दुर्घटनाओं की आशंका को देखते हुए ठेका मजदूरों को टू व्हीलर की जगह बस से कार्यस्थल तक जाना होगा। प्रबंधन ने दो टूक कहा है कि इसमे किसी भी प्रकार की ढिलाई को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और सभी को नए नियमों का पालन करना होगा। बता दें कि खदानों में पूर्व में भारी वाहनों की चपेट में आकर बाइक सवार आहत हो चुके हैं, कई बार
दुर्घटना में बाइक सवारों की मृत्यु भी हो चुकी है ।वर्तमान में बारिश की वजह से खदान रूट पर फिसलन भी बढ़ गई है। इससे दुर्घटना की आशंका भी बनी रहती है। खदान में हैवी मशीनों को संचालन होता है। अक्सर बाइक सवार इनकी चपेट में भी आ जाते हैं।
प्रबंधन ने दी एक दिन की दी राहत
स्थिति को देखते हुए गेवरा परियोजना के अधिकारी मौके पर पहुंचे और श्रमिकों से चर्चा की। उन्होंने फिलहाल के लिए एक दिन की मोहलत देते हुए अगले दिन से बस सुविधा के माध्यम से श्रमिकों को खदान क्षेत्र में कार्य स्थल पर लाने-ले जाने की बात कही है। साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि सुरक्षा निर्देशों का पालन सभी के लिए अनिवार्य रहेगा। आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।