हालांकि प्रशासन भी पूर्व सूचना के चलते तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था लगा रखा था और शायद यही वजह रही किए कांग्रेसी बेटिकेट्स नही तोड़ पाए और कलेक्टोरेट तक नहीं पहुंच पाए। कांग्रेस गांव से लेकर जिला मुख्यालय तक शिक्षा
न्याय यात्रा निकल रही है।
प्रदर्शन में झूमाझटकी, कई घायल
प्रदर्शन के दौरान पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच जमकर झूमाझटकी हुई, जिसमें कई कार्यकर्ता और पुलिसकर्मी घायल हो गए। कुछ को हाथ में चोट आई तो कुछ प्रदर्शनकारी बेहोश भी हो गए। हालांकि इसके बावजूद आंदोलनकारी पीछे नहीं हटे और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच भी कलेक्ट्रेट पहुंचने की कोशिश करते रहे। प्रमुख नेता रहे उपस्थित
प्रदर्शन के दौरान राज्यसभा सांसद फूलो देवी नेताम, पूर्व मंत्री मोहन मरकाम, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष संतराम नेताम समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
शिक्षकों के हित में नहीं युक्तियुक्तकरण: कांग्रेस
जैसे ही प्रदर्शनकारी कलेक्ट्रेट की ओर बढ़े, पुलिस ने रायपुर नाका के पास बेरिकेट्स लगाकर उन्हें रोक दिया। इसके बाद कांग्रेसी वहीं धरने पर बैठ गए और जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। पुलिस की तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था के चलते प्रदर्शनकारी कलेक्टोरेट तक नहीं पहुंच सके।
Congress protest: कांग्रेस पदाधिकारियों का कहना है कि
युक्तियुक्तकरण नीति शिक्षकों के हित में नहीं है। ’’एक ही शिक्षक से पाँच कक्षाओं को पढ़वाना और साथ ही सरकारी अभियानों की ड्यूटी करवाना न सिर्फ शिक्षा की गुणवत्ता को प्रभावित करेगा, बल्कि शिक्षकों पर भी अत्यधिक दबाव डालेगा,’’ इस दौरान आंदोलनकारी कांग्रेसी रास्ते भर राज्य सरकार को कोसते नजर आए हालांकि पुलिस ने कांग्रेसियों को कलेक्ट्रेट पहुंचने से पहले ही रायपुर नाका के पास बेरिकेट्स लगाकर रोक लिया।