65 हजार महिला-पुरूषों के फैटी लीवर संदिग्ध
स्वस्थ यकृत मिशन की जांच रिपोर्ट जिले के लिए चौंकाने वाली है। हमारे यहां 65 हजार महिला-पुरूषों के फैटी लीवर से पीड़ित हो सकते हैं लेकिन इनकी जांच के लिए फाइब्रोस्कैन मशीन नहीं है। जबकि हमारे यहां जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज बने हुए हैं। मशीन नहीं होने से संदिग्धों मरीजों की पुष्टि नहीं हो रही है। खास बात यह कि हरदा, खरगोन सहित 22 जिलों को मशीन खरीदने का बजट जारी किया जा चुका है। लेकिन खंडवा इस फेहरिस्त में शामिल नहीं है।
6.29 लाख में 3.20 संदिग्धों की जांच
स्वस्थ यकृत मिशन के तहत जिले में 6.29 लाख संदिग्धों की स्क्रीनिंग का लक्ष्य है। जिसमें 3.20 लाख की जांच पूरी हो चुकी है। इनमें 38,780 महिलाएं व 27,218 पुरुषों की कमर तय मापदंडों ( महिला – 80 सेमी, पुरुष – 90 सेमी ) से अधिक पाई गई है। इनमें फैटी लीवर के प्रारंभिक संकेत बताए गए है। विडंबना है कि यह संदिग्धों को फैटी लीवर है या नहीं, इसकी जांचने की मशीन ही नहीं है। ऐेसे में संदिग्ध मरीजों को समय पर जांच नहीं होती है तो इन्हें भविष्य में लीवर संबंधी बीमारी का सामना करना पड़ेगा।
फैक्ट फाइल
6,29,947 लक्ष्य 3,20,165 अब तक स्क्रीनिंग 38,780 80 सेमी से अधिक महिलाएं 27,218 90 सेमी से अधिक पुरुष 2,89924 बीएमआई 29,219 23 से अधिक बीएमआई पाए गए लोग 15450 लोग सिवेक स्कोर चार से अधिक पाए गए
ऐसे समझें फैटी लीवर
कमर की माप सामान्य होने के बावजूद उम्र और ऊंचाई के अनुपात में कई लोगों का वजन अधिक है। अब तक 29,219 लोगों का बीएमआई ( बॉडी मास इंडेक्स ) 23 से अधिक मिला है। यह फैटी लिवर के संभावित संकेत है। ऐसे लोगों की एसजीओटी, एसजीटीटी, प्लैटिनकाउंट करते हैं। तीनों की जांच के बाद रिपोर्ट में 1.3 स्कोर से अधिक होता है तो फैटी लीवर चैक करेंगे। इसमें 5 त्न से कम फैट है तो सामान्य है। यदि 10 त्न से अधिक फैटी लीवर मिलता है तो कैलोरीज प्लस, फैटी लीवर बीमारी के चपेट में व्यक्ति आ जाता है।
एक्सपर्ट व्यू : -डॉ विशाल श्रीवास्तव, नोडल अधिकारी, एनसीडी
बचने के लिए जीवनशैली और खानपान सुधारें
फैटी लीवर से बचने जीवनशैली में सुधार अनिवार्य है। मीठे पेय, प्रोसेस्ड वसा युक्त भोजन से परहेज और फल, सब्जियां, लीन प्रोटीन व हेल्दी फैट ( जैसे नट्स ) का सेवन करें। प्रतिदिन 30-45 मिनट का व्यायाम फैट घटाने में मददगार है। शराब का सेवन लीवर को नुकसान पहुंचाता है। इसलिए इसे बंद करें या फिर सीमित रखें।
इनका कहना : डॉ ओपी जुगतावत, सीएमएचओ, खंडवा
योजना के तहत शासन स्तर पर मशीनें उपलब्ध कराई जा रही हैं। प्रस्ताव भेजा गया है। खंडवा में भी जल्द मशीन मिलेगी।