उत्तर प्रदेश के कानपुर के बादशाही नाका थाना क्षेत्र अंतर्गत हुसैन अफसर तिराहा गुलियाना निवासी जितेंद्र यादव ने विजेंद्र की लोहे की रॉड से पिटाई कर दी। जिससे विजेंद्र का सर फट गया। चीख-पुकार सुनकर मौके पर पहुंचे पिता पवन यादव ने जितेंद्र का साथ दिया। उन्होंने विजेंद्र को पकड़ लिया। इसी बीच जितेंद्र ने विजेंद्र की सीने में सूजा घुसा दिया। जिससे खून की धार बहने लगी। परिवार के अन्य सदस्य उसे लेकर उर्सला अस्पताल भागे। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मौत की खबर मिलते ही घर में कोहराम मच गया। परिवार के अन्य सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है।
विवाद का कारण बिजली का बिल और कनेक्शन का कटना
परिजनों के अनुसार बिजली का बिल 2 महीने से जमा नहीं हुआ था। 2 हजार रुपए बकाया हो गया था। बिजली विभाग के कर्मचारियों ने चार दिन पहले घर का कनेक्शन काट दिया। बिजली न आने के कारण घर में तनाव की स्थिति थी। जितेंद्र और विजेंद्र में बिजली बिल को लेकर बहस शुरू हो गई। इस पर विजेंद्र ने कहा कि बिजली का उपयोग सभी लोग करते हैं। इसलिए सभी को बराबर भुगतान करना चाहिए। इसी बात पर विवाद इतना बढ़ गया कि खौफनाक तरीके से विजेंद्र की हत्या कर दी गई।
क्या कहती हैं एडीसीपी ईस्ट कानपुर?
घटना की जानकारी मिलते ही बादशाही नाका थाना पुलिस मौके पर पहुंची। फोरेंसिक टीम को भी घटनास्थल को बुलाया गया। मृतक विजेंद्र की मां राजकुमारी देवी की तहरीर पर पुलिस ने पिता-पुत्र के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। इस संबंध में एडीसीपी ईस्ट अंजलि विश्वकर्मा ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। दोनों आरोपियों पिता पुत्र को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है।