आइजी रेंज विकास कुमार ने बताया कि वांछितों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत बालोतरा जिले के निवासी सुरेश को भोपाल के पास हाईवे से पकड़ा गया। वहीं, फलोदी जिले के निवासी लक्ष्मणराम को भोजासर में ही खेत से हिरासत में लिया गया। नोखड़ा भाटियान निवासी सुभाष को गांव में बारात के दौरान दूल्हे की कार से पकड़ा गया। तीनों पर 65 हजार रुपए का इनाम था।
ऑपरेशन कॉकटेल : हथियार न मिलने पर लौट रहा था
कुड़ी गांव निवासी सुरेश अवैध हथियार व मादक पदार्थ की तस्करी में लिप्त है। उसे पकड़ने के लिए ऑपरेशन कॉकटेल शुरू किया गया। वह छत्तीसगढ़ में रिश्तेदार की होटल में छिपा था। पुलिस भी सात दिन से छत्तीसगढ़ में छिपी रही। उसे अवैध हथियारों के साथ पकड़ने के प्रयास थे। हथियार खरीदने के लिए वह कार से रतलान पहुंचा। पुलिस भी पीछे-पीछे पहुंच गई। तभी स्थानीय पुलिस ने हथियार सप्लायरों के ठिकानों पर छापे मारे। आरोपी सुरेश वहां से भाग गया। वह कार लेकर छत्तीसगढ़ लौटने लगा। भोपाल के पास हाईवे पर वह खुले में लघुशंका करने उतरा। तभी पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
ऑपरेशन सीतोर्मिला : खेती कर रहा था आरोपी
जैसला गांव में करीरों की ढाणी निवासी लक्ष्मणरामबांसवाड़ा में एनडीपीएस एक्ट में फरार था। वह गांव में खेती बाड़ी कर छिपा हुआ था। गांव वाले भी अनजान थे कि वह ड्रग्स तस्करी में वांछित है। वह मुम्बई में एक व्यक्ति के सम्पर्क में था। उससे सुराग मिलने पर पुलिस ने दबिश दी। वह मकान में ऊपर लगे पाइप की मदद से नीचे उतरकर भागने लगा था, लेकिन पकड़ा गया। उसके नाम में राम व लक्ष्मण है। इनकी पत्नी सीता व उर्मिला थी। इसलिए ऑपरेशन सीतोर्मिला रखा गया।
ऑपरेशन पयोमुखं : शादी में गांव आते ही पकड़ा
बांसवाड़ा में एनडीपीएस एक्ट में वांछित सुभाष मुम्बई में गैस के चूल्हे रिपेयर कर रहा था। उसका यह काम तेजी में था। लक्ष्मण को पकड़वाने वाले मुम्बई के व्यक्ति ने ही सुभाष के सुराग दिए। वह बारात में शामिल होने गांव आया था। दूल्हे की कार का चालक था। तभी पुलिस ने उसे पकड़ लिया।