उन्होंने कहा कि पाठ्यक्रम लिखने वाले, लिखवाने वाले और बांटने वाले एक ही थे, जिसके कारण इतिहास और पाठ्यक्रम को निष्पक्ष रूप से प्रस्तुत नहीं किया गया। पूनिया ने कहा कि शिक्षा मंत्री मदन दिलावर स्वयं योग्य हैं और इस मामले में उचित निर्णय लेंगे।
सतीश पूनिया ने कहा कि इस देश में इतिहास और पाठ्यक्रम को लेकर हमेशा संकट रहा है। शिक्षा मंत्री इस बात से वाकिफ हैं कि पाठ्यक्रमों को निष्पक्ष रूप से न तो लिखा गया और न ही पढ़ाने की कोशिश की गई। उन्होंने भाजपा शासनकाल का जिक्र करते हुए कहा कि पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी के समय पाठ्यक्रम में महापुरुषों के योगदान को शामिल किया गया था।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जो लोग अकबर को महान बताते थे, वही महाराणा प्रताप पर सवाल खड़े करते थे। पाठ्यक्रम में बदलाव एक दिन में नहीं होता, इसके लिए गहन शोध और तैयारी की जरूरत होती है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की तारीफ
जोधपुर दौरे के दौरान पूनिया ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि वैष्णव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैबिनेट के महत्वपूर्ण सदस्य हैं और उनकी प्रतिभा से पार्टी और सरकार को मजबूती मिलती है। उन्होंने कहा कि वैष्णव ने दुनिया के तीसरे सबसे बड़े रेल नेटवर्क को और सुदृढ़ किया है। उन्होंने ने बताया कि वह वैष्णव की श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने जोधपुर आए हैं। इसके अलावा, गुरु पूर्णिमा के अवसर पर वह शहर के प्रमुख धार्मिक स्थलों पर संतों के दर्शन करेंगे और भाजपा के सामाजिक सरोकारों के तहत गुरु पूजन कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
वहीं, पूनिया ने अपने गुरु के बारे में पूछे गए सवाल पर कहा कि मैं शिव भक्त हूं और गुरु के रूप में भगवान शिव को मानता हूं। आरएसएस से लंबे समय से जुड़ाव के कारण भगवा ध्वज को गुरु के प्रतीक के रूप में पूजता हूं। राजनीतिक गुरु के सवाल पर उन्होंने कहा कि उन्होंने कई लोगों से सीखा है, लेकिन कोई एक नाम बताना मुश्किल है।
बिहार चुनाव पर क्या बोले पूनिया?
बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों पर पूनिया ने कहा कि भाजपा और एनडीए के शासन में बिहार में बड़े बदलाव आए हैं। उन्होंने कहा कि पहले बिहार और उत्तर प्रदेश में हिंसा और अव्यवस्था की खबरें आम थीं, लेकिन अटल बिहारी वाजपेयी के समय से लेकर अब तक नीतीश कुमार और भाजपा ने बिहार को जातिवाद से विकासवाद की प्रयोगशाला बना दिया है। उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी की योजनाओं जैसे आवास, आयुष्मान भारत और मुद्रा योजना का बिहार में जमीनी स्तर पर लाभ मिला है, जिसके चलते एनडीए को जनता फिर से बहुमत देगी। चुनाव आयोग पर सवाल उठाने वाली कांग्रेस पर पूनिया ने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जब हारती है तो ईवीएम और चुनाव आयोग को दोष देती है, लेकिन जीतने पर चुप रहती है। चुनाव आयोग निष्पक्ष और संवैधानिक संस्था है, जो बिना हिंसा के चुनाव करवाने में सक्षम है।
वहीं, संविधान खतरे में होने के कांग्रेस के दावे पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस का अस्तित्व खतरे में है, संविधान का नहीं। कांग्रेस को अपनी नीतियों और संगठन पर ध्यान देना चाहिए।
पेपर लीक पर दिया रोचक जवाब
इधर, प्रदेश में सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा में पेपर लीक के मुद्दे पर पूनिया ने कहा कि वह सरकार के निर्णय के साथ हैं। विपक्ष के माफी मांगने के बयान पर उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि विपक्ष बताए कि पेपर लीक और नकल माफिया का परिचय किनके शासनकाल में हुआ?