निर्यात नहीं होने से भावों में भारी गिरावट
तनाव के कारण निर्यात नहीं होने से गुजरात के ऊंझा मंडी के व्यापारियों ने उपज की खरीदारी कम कर दी है। ऊंझा मंडी के प्रमुख व्यापारियों की ओर से बिलाड़ा सहित विभिन्न मंडियों से खरीदारी नहीं होने से भावों में गिरावट आई है। मंडी व्यापारी रामचंद्र कुमावत ने बताया कि कृषि उपज मंडी में जीरा 4 हजार प्रति क्विंटल व सौंफ 3 हजार रुपए प्रति क्विंटल सस्ती हुई है।अस्सी प्रतिशत आवक घटी
मंडी में मई माह में रोजाना जीरा व सौंफ सहित अन्य कृषि जिंस की आवक लगभग 1000 बोरी होती रही है, लेकिन मौजूदा हालात के बाद मंडी में लगभग 200 बोरी ही माल आ रहा है। ऊंझा मंडी से खरीदारी नहीं हो रही। बिलाड़ा कृषि उपज मंडी मई में कृषि जिंसों से गुलजार रहती है और इन दिनों तनाव के कारण किसान माल को लेकर मंडी नहीं आ रहे हैं। ऐसे में तनाव का असर निर्यात पर भी पड़ा है। कृषि उपज के भाव में भारी गिरावट आने से किसान अपना माल बेचने के लिए मंडी नहीं पहुंच रहे हैं।पाकिस्तान के हमले में झुंझुनूं का लाल शहीद, शहादत की सूचना मिली तो बिगड़ी वीरांगना की सेहत; अस्पताल में भर्ती
आमतौर पर देश के विभिन्न राज्यों के व्यापारी अप्रेल-मई में निर्यात के लिए जीरा और सौंफ की भारी खरीद करते हैं, लेकिन इस बार अस्थिरता के कारण जोखिम नहीं ले रहे।महावीर चंद भण्डारी, अध्यक्ष कृषि उपज मंडी
बाबूलाल राठौड़, प्रगतिशील किसान, बिलाड़ा