केस एक
चिड़ावा में में एक दुकान पर बादाम की जांच की तो यह तय मानकों के अनुसार नहीं मिली। इसमें तेल की मात्रा कम मिली। इस पर मामला दर्ज कर एडीएम के सामने पेश किया गया। तय समय के बाद इस पर एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया।
केस दो
11 फरवरी 2025 को झुंझुनूं की कृषि उपज मंडी की एक दुकान से चिकित्सा विभाग की टीम ने बादाम का नमूना लिया। यह नमूना लैब में फेल हो गया। मानकों के अनुसार बादाम नहीं मिली। इस पर इसके खिलाफ रिपोर्ट पेश की गई है। झुंझुनूं के फूटला बाजार में आठ अप्रेल को काजू का नमूना लिया गया, यह भी जांच में फेल हो गया।
केस तीन
19 मई को चिड़ावा में एक प्रतिष्ठान से काजू का नमूना लिया गया। यह जांच में फेल हो गया। इसके खिलाफ भी रिपोर्ट बनाई गई है। यह कर रहे मिलावट
-ऊपर ब्रांड अलग है, अंदर उस क्वालिटी के बादाम व काजू नहीं है। -बादाम व काजू को छोटे कीड़ों ने कुतर रखा है। -बादाम में तेल की औसत मात्रा 46 से 64 प्रतिशत के बीच होनी चाहिए, लेकिन अनेक जगह यह 35 से चालीस फीसदी ही निकल रही है। मशीनों से बादाम का तेल निकाला जा रहा है। इसके बाद उसे ही बाजार में बेचा जा रहा है। आम व्यक्ति को पता ही नहीं चलता कि बादाम से तेल निकला हुआ है या नहीं।
-काजू व बादाम पर जरूरत से ज्यादा चमकाने के लिए उस पर स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक रसायन व रंगों की परत चढाई जा रही है। -जरूरत से ज्यादा सिकुड़े हुए बाजार में आ रहे हैं।
सबसे ज्यादा मिलावट पनीर में
झुंझुनूं जिले में सबसे ज्यादा मिलावट पनीर, खोया व घी में आ रही है। इसके अलावा मसालों व अचार में भी मिलावट के मामले आ रहे हैं। ऐसे में किसी शादी में पनीर की सब्जी ज्यादा खा रहे हैं तो सावधान हो जाए। यह पनीर आपकी सेहत के लिए नुकसान दायक हो सकता है। एक जनवरी से 11 जुलाई 2025 तक चिकित्सा विभाग ने कुल 320 खाद्य सामग्री की जांच की। इनमें 86 नमूने फेल हुए हैं।
तीन तरह के प्रावधान
-मिस ब्रांड मिलने पर एडीएम के सामने रिपोर्ट जाती है। इस में तीन लाख रुपए तक का जुर्माना किया जा सकता है। -जांच में नमूना सब स्टेंडर्ड निकलने पर एडीएम के सामने रिपोर्ट पेश की जाती है इस पर अधिकतम पांच लाख रुपए तक के जुर्माने का प्रावधान है। -अनसेफ मिलने पर कोर्ट में मामला पेश किया जाता है। इसमें जुर्माना व सजा दोनों के प्रावधान हैं।
जुर्माना भी खूब लगाया
मिलावट करने वालों पर लगातार कार्रवाई कर रहे हैं। इसी साल अब तक करीब 320 नमूने ले चुके। समय पर रिपोर्ट बनाकर भेज रहे हैं। अब मिलावट करने वालों पर जुर्माना भी खूब लगाया जा रहा है। मिलावट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी। किसी को मिलावट की जानकारी है तो वह विभाग को सूचना दे सकता है। डॉ. छोटे लाल गुर्जर, सीएमएचओ , झुंझुनूं