पहले की इंजीनियरिंग, फिर …
आलोक के पिता इन्द्र सिंह ने बताया कि उन्होंने जयपुर में स्कूली शिक्षा पूरी की। इसके बाद पुणे के आर्मी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। साॅफ्टवेयर इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद उन्होंने एक प्रतिष्ठित कम्पनी में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम किया और 16 लाख सालाना की आकर्षक सैलरी पाई। अच्छे पैकेज के बाद भी उनका मन इंजीनियरिंग में नहीं लगा तो उन्होंने नौकरी छोड़ अपने बचपन की इच्छा पूरी करने में जुट गए।
चार पीढ़ियां सेना में
आलोक ने 24 एसएसबी में चयनित होकर भारतीय सेना में कमीशन प्राप्त करने का सपना पूरा किया। आलोक के परदादा नारायण राम ने द्वितीय राजपुताना राइफल्स में सेवा दी। उनके दादा सूबेदार (रिटा.) विद्याधर सिंह, पिता आनरेरी नायब सूबेदार (रिटायर) इन्द्र सिंह, और चाचा सुबेदार सत्यवीर सिंह भी सेना की वर्दी पहन चुके।