Rajasthan: यहां आफत बनकर बरसती है बारिश, चारों ओर पानी ही पानी से गांव बन जाता है टापू, ट्यूब पर बैठकर पार करना पड़ता है रास्ता
Aawar Gram Panchayat: पचपहाड़ तहसील क्षेत्र में जब भी ज्यादा बारिश होती है तो ग्राम पंचायत आवर चारों ओर पानी से घिर जाती है साथ ही यह पूरा गांव टापू में तब्दील हो जाता है, लोगों को छतों पर रहकर रात बिताने को मजबूर होना पड़ता है।
Monsoon Heavy Rain: जब भी मानसून आता है, किसान से लेकर आमजन प्रसन्न हो जाते हैं, मन मयूर की तरह नाच उठता है, लेकिन शहर से लेकर ग्रामीण के कुछ ऐसे भी क्षेत्र है, जहां मानसूनी बारिश आफत बनकर बरसती है। ऐसे में लोगों को घंटों रपट, पुलिया या फिर नालों में वेग से बहते पानी के उतरने तक दोनों तरफ रुकने पर मजबूर होना पड़ता हैं। भवानीमंडी पंचायत समिति के ग्राम पंचायत आवर में आहू नदी है जो इस गावं के चारों और बहती है। वही इसी गांव से क्यासरी नदी भी जुड़ी हुई है। यह क्षेत्र का एक ऐसा गांव है जहां ज्यादा बारिश होने के साथ ही यह पूरा गांव टापू में तब्दील हो जाता है।
पचपहाड़ तहसील क्षेत्र में जब भी ज्यादा बारिश होती है तो ग्राम पंचायत आवर चारों ओर पानी से घिर जाती है साथ ही यह पूरा गांव टापू में तब्दील हो जाता है, लोगों को छतों पर रहकर रात बिताने को मजबूर होना पड़ता है। बारिश का पानी पुलिया पर होने के कारण इस गांव का शहर से संपर्क कट जाता है तो कभी-कभी गंभीर हादसे के लोग शिकार हो जाते हैं। ग्रामीणों की यह पीड़ा जब से यह गांव बसा है तभी से बनी हुई है, पुलिया पर पानी होकर गुजर रहा था तब एक बाइक सवार बाइक समेत बह गया था। वहीं सरपंच विमल जैन, बाबूलाल विश्वकर्मा ने बताया कि एक बार पुलिया पर से पानी निकल रहा था ड्राइवर ने बस को पुलिया से निकालने की कोशिश कि तो आधे रास्ते में बस बंद हो गई बस में सवार सवारियों की जान पर आफत बन गई थी। बस को ग्रामीणों ने ट्रैक्टर कि सहायता से बाहर निकाला।
नही है कोई विकल्प
ग्राम पंचायत आवर से आहू नदी जो निकल रही है वह गांव के चारों और घूमकर निकल रही है। ज्यादा बारिश होने के साथ ही यह गांव टापू का रूप ले लेता है साथ ही नीचे के मकान में पानी भर जाता है। जब गावं चारों और पानी से घीर जाता है तो यहां से बाहर जाने के लिए ग्रामीणों के पास कोई विकल्प नहीं होता है।ऐसे में कभी कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है।
अभी भी ट्यूब का सहारा लिया जाता है
आज भी बारिश होने पर ग्रामीण पुलिया पार करने के लिए टायर की ट्यूब का सहारा लेते है।
इनका है कहना
पूर्व में भी भाजपा सरकार में पुलिया स्वीकृत हुई थी, कांग्रेस सरकार में पुलिया का कार्य बंद रहा था अब वापस पुलिया का कार्य शुरू हो गया है।
विमल जैन, सरपंच, ग्राम पंचायत आवर
पुलिया जनवरी 2026 में बनकर तैयार हो जाएगी इसके बाद इस गांव को समस्या से निजात मिल जाएगी। पूर्व में पिलर के ऊपर से पानी गुजर जाने के बाद इस की दुबारा से री-डिजाइन बनाई गई है।
14 सितंबर 2019 को हुई लगभग 8 इंच बारिश ने पूरे गांव को दहशत में डाल दिया था। गांव में चारों और पानी ही पानी दिखाई दे रहा था। और गांव में आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया था। गांव मे ही लोग टै्रक्टर की टूयूब का सहारा लेते हुए दिखाइ दिए थे। गांव में खड़ी बसें और अन्य वाहन पानी मे तैरते हुए दिखाई दिए गए थे। घरों में बारिश का पानी भर जाने से लाखों का नुकसान हुआ था। पुलिया के दूसरी ओर प्रशासन गांव को लेकर चिंता में दो रात वहीं बितानी पड़ी थी।
सात साल से चल रहा है काम पुलिया का
आहू व क्यासरी नदी पर पुलिया निर्माण का कार्य करीब सात साल से चल रहा है जो आजकत पूरा नही हो पाया है। संरपच विमल जैन आवर ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री वंसुधरा राजे ने भाजपा सरकार के दौरान स्वीकृत की थी। और पुलिया के पिलर भी बन गए थे पर 2019 की बारिश में पिलरों के ऊपर से पानी बह गया था। जिसके बाद ठेकेदार के द्वारा तकनीकी खामी बताते हुए काम छोड़ दिया। उसके बाद इस वर्ष पुलिया कि डिज़ाइन में बदलाव कर काम शुरू किया गया है।
दो घंटे बारिश में ही रूक जाता आना-जाना
पगारिया व आवर के बीच में आहू नदी व क्यासरी नदी की पुलिया दोनों पंचायतों को जोड़ती है। अगर दो घंटे लगातार बारिश हो जाती है तो इन दोनो नदी की पुलिया पर से दो से तीन फिट पानी ऊपर होकर निकल जाता है। वही इसी तरह आवर से मरूखेड़ी कि रपट का भी यही हाल है। इस तरह से दोनों मार्ग पर का इस गांव से लोगों का सम्पर्क कट जाता है। वही हाटबाजार की पुलिया पर कीचड़ होने के कारण लोग बाइक से फिसल का चोटिल हो रहे है।
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