इन वाटर हॉल पर गणना –
जिले में 53 वाटर हॉल पर वन्य जीवों की गण्ना की गई है। जिसमें बूड मंडावर तालाब, बड़बेडा तालाब, कदिला तालाब, मोडी तालाब, इकवासा खान,गुलेंडी डेम, कोटडा दयाल तालाब, दहलनपुर,उचावदातालाब, चूरेलिया तएमएसटी, चौथमाता मंदिर,उदयपुर तालाब सहित झालावाड़, मनोहरथाना, असनावार, डग, अकलेरा, पिड़ावा, बकानी आदि रेंज में 53 वाटर हॉल शामिल है। इन वाटर हॉल के निकट बैठकर वन विभाग के कार्मिकों ने वन्यजीव गणना की।
नजर आए यह वन्य जीव-
जिले में हुई वन्य जीवन गणना में सबसे ज्यादा रोजड़ा वन्यजीव सामने आए है। रोजड़ा, गीदड, जरख, जंगली बिल्ली,बिल्ली,लोमड़ी,भेडिया,बिज्जू छोटा, कवर बिज्जू,चीतल,काला हिरण, सियार, खरगोश आदि वन्य जीव नजर आए। पानी भर गया- जिले में इस बार वन्यजीव गणना में प्री मानसून की बारिश होने से कई जगह गड्ढों में पानी भर जाने से वाटर हॉल तक भी वन्यजीव कम पहुंचे। इससे गणना में संख्या कम आई है। जिले में ये वन्य जीव मिले जीव संख्या गीदड 1172 जरख 138 जंगली बिल्ली 92 बिल्ली 19 लोमड़ी 150 भेडिया 29
बिज्जू छोटा 13 बिज्जू बड़ा 1 कवर बिज्जू 57 चीतल 36 काला हिरण 80 रोजडा/ नीलगाय 1758 चिंकारा 308 जंगली सुअर 581
सैही 42 लंगूर 612 खरगोश 60 मगरमच्छ 20 कुल 5173 5
हजार से अधिक आए सामने-
इस बार जगह-जगह बारिश होने से जंगलों में पानी भर गया है, इसलिए भी वन्य जीव कम नजर आए हैं। 53 वाटर वॉल पर गणना की गई है, जिसमें 18 प्रजातियों के 5 हजार से अधिक वन्य जीव सामने आए है। सागर
पंवार, उप वन संरक्षक, झालावाड़।