इस तरह किया नियमों को दरकिनार
सहकारिता विभाग में एक लाख से अधिक की खरीद के लिए टेंडर को पोर्टल पर अपलोड किया जाना होता है। एक से अधिक फ र्म से टेंडर लिए जाने का प्रावधान हैं। लेकिन यहां उन नियमों का भी पालन नहीं किया गया। पांच लाख तक की खरीद में तीन निविदाताओं से कोटेशन लेकर सबसे कम रेट जिसकी हो, उससे ही सामान खरीदने का नियम है लेकिन इसको भी दरकिनार कर काम किया गया। 10 लाख का सामान खरीदने के लिए एक समाचार पत्र में इसकी सूचना देना थी, वह भी नहीं दी गई। इस तरह से पूरी खरीद में राजस्थान लोक उपायन में पारदर्शिता नियम 2013 के निमयों का उल्लंघन कर सहकारी समितियों के राजस्व को भारी नुकसान पहुंचाया गया है। खरीद प्रक्रिया को पूरा नहीं किया गया है। ऐसे में खरीद प्रक्रिया में लेखा एवं वित्त नियमों का घोर उल्लंघन किया गया है।
ये था मामला-
जिले की दस ग्राम सेवा सहकारी समितियों में नियमों से परे जाकर दस ग्राम सेवा सहकारी समितियों में टै्रक्टर खरीदे गए थे। जो एक ही फर्म से बिना टेंडर किए ही खरीदे गए है।
ये पिछले साल का मामला है-
ये पिछले साल का मामला है। ग्राम सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से ट्रैक्टर की खरीद हुई थी। इसकी जांच डीआर साहब कर रहे हैं। ओ.पी. जैन, एमडी सहकारी समितियां
इंस्पेक्टर कर रहे- मेरे बेटे की शादी थी, इसलिए मैं छुट्टी पर चला गया था। इसकी जांच इंस्पेक्टर कर रहे हैं। उनसे पूछ लो।
राम अवतार मीणा, उप रजिस्ट्रार सहकारी समितियां
अभी जांच चल रही- ट्रैक्टर खरीद की जांच के निर्देश विभाग से आए थे। ओवर रेट का मामला है। इसकी जांच अभी पूरी नहीं हुई।
क्षैतिज सेठिया, निरीक्षक सहकारी समितियां