झालावाड़ शहर में सुबह आसमान में काले बादल घुमड़ आए। सुबह 11 बजे बादलों के बीच तेज बिजली की गडगड़़ाहट के साथ मूसलाधार बारिश शुरू हुई। करीब डेढ़ घंटे लगातार बारिश से मौसम ठंडा हो गया। बारिश से शहर में कई जगह नालियों के उफान पर आ जाने से सड़कों पर गंदा पानी फैल गया। कई निचले इलाकों में पानी भर गया। बारिश से गर्मी और उमस से लोगों को राहत मिली है। पहली अच्छी बारिश से किसानों के चेहरों पर खुशी झलकने लगी है। खेतों में पर्याप्त नमी होने से खरीफ की फ सलों की बुवाई की तैयारियों को गति मिलेगी।
जिले में यहां हुई बारिश-
जिले में सुबह 5 से 8 बजे तक सबसे ज्यादा झालरापाटन में 82, झालावाड़ में69, रायपुर में 8, अकलेरा 20, असनावर में 37, बकानी में 10,खानपुर में 29, मनोहरथाना में 8, सुनेल में 5 एमएम बारिश दर्ज की गई।
जनाना अस्पताल बना दरिया-
गुरुवार सुबह हुई जोरदार बारिश से जनाना अस्पताल दरिया बन गया।यहां हुए कामों की पोल खुल गई। यहां मरम्मत के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च होने के बाद भी थोड़ी से बारिश में ग्रांउड फ्लोर में जगह-जगह बारिश का पानी भर जाता है। गुरुवार को भी ऐसा ही हुआ। जनाना अस्पताल में चर्म रोग व आई ओपीडी के सामने पानी भर गया। जिसे कर्मचारी वाइपर से निकालते हुए नजर आए। बड़ी मात्रा में फर्श पर फैले हुए पानी को देख कुछ देर के लिए मरीज व अधिकारी सकते में आ गए।
ड्रेनेज सिस्टम पर नहीं ध्यान-
सूत्रों ने बताया कि हर एक दशम में दो तीन बार बाथरूम की टाइल्स व गेट बदले जा रहे हैं, लेकिन जनान अस्पताल के ड्रेनेज सिस्टम पर ध्यान नहीं होने से ये परेशानी आ रही है। मरम्मत के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं, उसके बाद भी अस्पताल में मरीजों को परेशानी हो रही है। सूत्रों ने बताया कि काम की मॉनिटरिंग नहीं होने व ऑडिट नहीं होने से इस तरह की अव्यवस्था हो रही है। इससे मरीजों को परेशानी उठानी पड़ रही है।
रेलवे अंडर पास में भरा पानी-
चन्द्रावती ग्रोथ सेंटर औद्योगिक क्षेत्र के रेलवे अंडर पास में पानी की निकासी नहीं होने से यहां थोडी से बारिश में ही पानी भर जाता है। यहां अधिकारियों को ड्रेनेज सिस्टम पर ध्यान देना चाहिए। यहां से निकलने वाले कोटा स्टोन इंडस्ट्रीज व आवासीय कॉलोनी के लोगों ने बताया कि हर बारिश में यहां परेशानी आती है। रेलवे अधिकारियों को ड्रेनेज सिस्टम बनाना चाहिए।