Jhalawar School Building Collapses: झालावाड़ जिले के पीपलोदी गांव में शुक्रवार को भारी बारिश के कारण सरकारी स्कूल की जर्जर छत गिरने से 8 बच्चों की मौत हो गई। जबकि 17 से 30 बच्चे गंभीर रूप से घायल हुए है। जिनका उपचार मनोहरथाना अस्पताल में चल रहा है। इस घटना को लेकर बच्चों और ग्रामीणों ने आंखों देखा हाल बयां किया। स्कूली छात्राओं ने बताया कि हमने अध्यापकों को बोला कि सर कंकड़ गिर रहे है फिर भी अध्यापकों ने ध्यान नहीं दिया।
इस घटना को लेकर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने उच्च स्तरीय कमेटी गठित का ऐलान किया है। साथ ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक्स पर पोस्ट कर शोक व्यक्त किया है। पूर्व शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने सरकार पर निशाना साधा। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यालय से एक्स पर पोस्ट कर शोक व्यक्त किया गया है।
The mishap at a school in Jhalawar, Rajasthan, is tragic and deeply saddening. My thoughts are with the affected students and their families in this difficult hour. Praying for the speedy recovery of the injured. Authorities are providing all possible assistance to those…
पीएमओ ने पोस्ट करते लिखा कि- ‘राजस्थान के झालावाड़ स्थित एक स्कूल में हुई दुर्घटना दुखद और बेहद दुःखद है। इस कठिन घड़ी में मेरी संवेदनाएं प्रभावित छात्रों और उनके परिवारों के साथ हैं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। अधिकारी प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं।’
राजस्थान के झालावाड़ में एक विद्यालय की छत गिरने से कई विद्यार्थियों की मृत्यु और घायल होने का समाचार अत्यंत दुखद है। मेरी प्रार्थना है कि ईश्वर शोक संतप्त परिवारजनों को यह पीड़ा सहन करने की शक्ति प्रदान करें। मैं इस दुर्घटना में घायल हुए विद्यार्थियों के शीघ्र स्वस्थ होने की…
— President of India (@rashtrapatibhvn) July 25, 2025
राष्ट्रपति ने व्यक्त की संवेदना
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस घटना पर दुख जताते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा कि ‘राजस्थान के झालावाड़ में एक विद्यालय की छत गिरने से कई विद्यार्थियों की मृत्यु और घायल होने का समाचार अत्यंत दुखद है। मेरी प्रार्थना है कि ईश्वर शोक संतृप्त परिवारजनों को यह पीड़ा सहन करने की शक्ति प्रदान करें। मैं इस दुर्घटना में घायल हुए विद्यार्थियों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।’
स्कूली बच्चों और ग्रामीणों ने बताई आपबीती
घटना के दौरान मौजूद एक स्कूली छात्रा ने मीडिया से बातचीत में बताया कि घटनास्थल पर 30 बच्चे मौजूद थे। अचानक छत गिरी, उससे पहले हमने सर से कहा कि हमे बाहर जाने दो। टीचर ने मना कर दिया। बिल्डिंग गिरने के बाद हम बुरी तरह डर गए। वहीं, ग्रामीणों ने कहा कि अध्यापक तो भाग निकले उनको किसी प्रकार की कोई चोट नहीं पहुंची।
Hindi News / Jhalawar / Jhalawar News: ‘कंकड़ गिर रहे थे… टीचरों ने ध्यान नहीं दिया’ स्कूली बच्चों ने सुनाई आपबीती, PM और राष्ट्रपति ने जताई संवेदना