7000 क्विंटल गेहूं का उठाव बाकी है।
यहां शुरू नहीं हुआ वितरण-
जिले में पचोला, गोपालपुरा, घाटोली, बोरबंद,तुरकाडिया, ल्हास,गुलखेड़ी, थनावद, अमृत खेड़ी,नारायण खेड़ा, समराई,पनवासा, रुंडलाव, सलारिया, मोदी भीम सागर, कंवलदा, मुंडला, खेड़ा जरगा आदि जगह वितरण नहीं वितरण नहीं हुआ है। जुलाई माह का नहीं हुआ उठाव- जिले में जुलाई माह का उठाव 15 जून तक करना है, लेकिन अभी तक उठाव शुरू ही नहीं हुआ है। ऐसे में जुलाई माह में परेशानी होगी। झालावाड़ जिले में खाद्य सुरक्षा परिवार को समय पर गेहूं मिलना मुश्किल हो गया है। जून माह का 54250 क्विंटल गेहूं का उठाव नहीं हुआ है। वहीं दूसरी ओर राज्य सरकार ने जुलाई माह आवंटन उठाव के लिए बोल दिया है। लेकिन अभी तक जिले में एक दाना भी नहीं उठा है। जिला जून माह के उठाव के मामले में अभी तक आखिरी पायदान पर है।
टेंडर खत्म होने से आ रही दिक्कत-
जिले में गेहूं उठाव इस लिए नहीं हो पा रहे हैं, कि ट्रांसपोर्टेशन का टेंडर खत्म हो गया है। विभाग की ओर से करीब 20 दिन पूर्व ही खाद्य आपूर्ति विभाग को सूचना भेज दी गई है। ऐसे में जयुपर से टेंडर होगा उसके बाद ही गेहूं का उठाव हो पाएगा। ऐसे हालात में अब जुलाई माह के गेहूं का उठाव 15जून तक किसी भी सूरत में नहीं हो पाएगा। ऐसी स्थिति में उपभोक्ताओं को जुलाई माह का गेहूं मिलना मुश्किल है। जिले में करीब 30 लाख का टेंडर होना है, टेंडर होने के बाद ही जुलाई माह गेहूं उठ पाएगा।
दुकान बंद है-
खाने का गेहूं खत्म हो गया है। पिछले पांच दिन से राशन की दुकान के चक्कर काट रहे हैं। डीलर बोल रहा है कि गेहूं नहीं आए। इससे दुकान भी बंद है। रामबिलास भील, उपभोक्ता।
टेंडर नहीं हुए-
जिले में अभी जून माह का 15 फीसदी उठाव बाकी है, इसलिए कुछ दुकानों पर अभी गेहूं नहीं पहुंच पाया है। इसलिए दिक्कत आ रही है। ट्रांसपोर्टेशन के टेंडर की अप्रूवल के लिए मुख्यालय लेटर भेज रखा है।
देवराज रवि, जिला रसद अधिकारी, झालावाड़।