खरीफ सीजन के लिए सहकारी समितियों के माध्यम से ऋण वितरण भी शुरू हो गया है। 17 मई तक की स्थिति में 20 करोड़ 11 लाख रुपए का कर्ज सहकारी बैंकों के माध्यम से किसानों को दिया जा चुका है। ऋण वितरण का कार्य 30 सितंबर तक होगा। गौरतलब है कि खेती-किसानी के लिए हर साल किसानों को केसीसी लोन के जरिए खाद-बीज और नकद राशि दी जाती है। इसके लिए किसानों से किसी तरह का ब्याज नहीं लिया जाता।
यह राशि जीरो प्रतिशत ब्याज दर पर मिलती है। इससे किसानों को खेती-किसानी के दौरान आर्थिक संकट से जूझना नहीं पड़ता। वहीं समर्थन मूल्य पर धान बेचते ही कर्ज की यह राशि सहकारी समितियों में ही पहले काट ली जाती है। इससे किसानों का कर्ज भी पट जाता है। हर साल हजारों की संया में किसान केसीसी लोन लेते हैं।
CG News: डिफाल्टर किसानों को नहीं मिलेगा लोन
कई किसान ने समर्थन मूल्य पर धान नहीं बेचा। ऐसे किसानों से कर्ज की वसूली नहीं हो पाई। इन्हें 31 मार्च 2025 तक नकद में ऋण का भुगतान करने अंतिम मोहलत भी दी गई मगर कई किसानों ने कर्ज नहीं पटाया। जिला सहकारी बैंक के अफसरों के मुताबिक, ऐसे किसानों को अब कहीं से भी केसीसी लोन नहीं मिलेगा। 30 सितंबर तक किसान ले सकेंगे लोन
जिला सहकारी बैंक के नोडल आफिसर अमित साहू ने बताया कि खरीफ सीजन 2025-26 के लिए किसानों को 30 सितंबर तक ऋण का वितरण किया जाएगा। साथ ही खाद-बीज का भी वितरण भी किया जाएगा। नकद और खाद-बीज का वितरण जिले के सहकारी केंद्रों के जरिए शुरू हो गया है।