सावन का दूसरा पखवाड़ा शुरू हो गया है, लेकिन बारिश की धीमी रफ्तार बढ़ नहीं रही है। मानसून ब्रेक की स्थिति के कारण लोगों का गर्मी व उमस से जीना मुहाल हो गया है। सावन माह में बारिश नहीं हो रही है। इससे किसान वर्ग के लोग काफी परेशान हैं। जिले में लगातार खेती का कार्य पिछड़ता जा रहा है। हालांकि की अब तक की स्थिति में बारिश की बात करें तो जिले में 49 प्रतिशत ज्यादा बारिश हो गई है।
आषाढ़ में ही सावन माह का कोटा पूरा हो गया है। मौसम विभाग की मानें तो जिले में अब तक 382.7 मिमी बारिश होनी थी, लेकिन 570.6 मिमी बारिश हो गई है। यानी जिले में 49 प्रतिशत ज्यादा बारिश हो गई है। अब फिर मानसून सक्रिय होने के कारण रविवार की शाम को तेज घंटे भर तक बारिश हुई। इधर सूखा बीतने से किसानों की चिंता बढ़ गई थी, जिले में अभी 100 प्रतिशत बोआई का काम नहीं हो पाया है। किसान अभी भी तेज बारिश का इंतजार कर रहा है।
लगातार बारिश का झड़ी लगने वाला सावन माह सूखा गुजर रहा था, लेकिन इसी मौसम विभाग ने जिले में आज सोमवार को भी कहीं-कहीं तेज तो कहीं-कहीं मध्यम बारिश होने की चेतावनी दी है। यह सिलसिले का जिले में आगे भी रहने की संभावना है। इससे लोगों को तेज गर्मी व उमस से राहत मिलेगी। साथ ही किसानों के खेती किसानी में भी तेजी आएगी। मानसूनी द्रोणिका सक्रिय है। इसका असर रविवार को ही देखने को मिला। शाम को जिले में कई जगह बारिश शुरू। साथ ही शाम के बाद मौसम सुहाना हो गया।
CG Monsoon 2025: 25 जुलाई से झमाझम बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने 25 जुलाई से
झमाझम बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग रायपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि मानसून द्रोणिका माध्य समुद्र तल पर पश्चिमी राजस्थान, चूरु, आर्या नगर, दीघा उसके बाद पूर्व की ओर उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी तक स्थित है। एक द्रोणिका बिहार के मध्य भाग से ओडिशा तक झारखंड विस्तारित है। एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी और उससे लगे उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी उड़ीसा तट और आंध्र तट से दूर यमन के पास 3.1 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।
जिले में 21 जुलाई को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। कुछ स्थानों पर बारिश भी हो सकती है। इसके बाद मजबूत सिस्टम २४ जुलाई से बनने की संभावना है। 25 जुलाई से आगे सप्ताह भर तक झमाझम बारिश होगी।