ज्येष्ठ मास की विदाई के बावजूद भीषण गर्मी के तेवरों में नरमी की बजाए और तेजी का दौर है। जैसलमेर में शुक्रवार को आसमान से मानो धूप की किरणों ने जलते अंगारों का रूप ले लिया और शहर किसी तपती भट्टी के जैसा अनुभव हुआ। पारे ने एक बार फिर उड़ान भरी और यह 46.9 डिग्री तक उछल गया। यह चालू महीने में सबसे गर्म दिन रहा। वैसे प्रदेश का जिक्र किया जाए तो श्रीगंगानगर और चूरू के बाद जैसलमेर तीसरा सबसे ज्यादा तापमान वाला शहर दर्ज किया गया है। मौसम विभाग ने दिन का अधिकतम तापमान 46.9 और न्यूनतम 29.6 डिग्री सै. रिकॉर्ड किया। इससे एक दिन पहले गुरुवार को यह क्रमश: 45.2 और 26.3 डिग्री रहा था। इस तरह से दिन के अलावा अब रात में भी तपिश का असर छाने लगा है। शुक्रवार दिन की शुरुआत में ही वातावरण में गर्मी का असर था। जैसे ही धूप निकली, उसके पैनेपन से हर कोई सहम गया। दोपहर और उसके बाद आग उगलते सूरज ने घरों से बाहर निकले लोगों की कड़ी परीक्षा ली। सडक़ें प्राय: सुनसान नजर आई। इसके अलावा जो भी बाहर निकला, उसने पूरे शरीर को ढंकने का प्रबंध किया। आधी बाजू वाले शर्ट-टीशर्ट पहने लोगों के अनुसार उन्हें झुलसने जैसा अहसास हुआ। गर्मी के मौसम में अब तक जैसलमेर में 23 मई को सबसे ज्यादा 48 डिग्री तापमान दर्ज किया गया था।