सभी स्थल आसपास, होती है परेशानी
कस्बे में बालीनाथ महाराज के आश्रम के दर्शनों व फोर्ट के भ्रमण के साथ जातरु रामदेवसर तालाब, सालमसागर तालाब भी देखने के लिए पहुंचते है। ये सभी स्थल पास ही स्थित है। ऐसे में जातरु एक जगह वाहन खड़ा कर चले जाते हैं और करीब 1 से 2 घंटे के बाद वापिस आते है। इस दौरान कई बार वाहनों की भीड़ से जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।
मुख्य मार्गों पर खड़े होते हैं वाहन
बालीनाथ महाराज के आश्रम के पास बड़ा मैदान है। इसके अलावा तालाबों व फोर्ट के रास्तों पर कोई पार्किंग की जगह नहीं है। जिसके चलते मुख्य मार्गों पर अथवा सडक़ किनारे वाहन खड़ा करना पड़ता है। जिससे यातायात व्यवस्था चरमरा जाती है। साथ ही अन्य जातरुओं, वाहन चालकों के साथ स्थानीय लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
होती है अवैध वसूली भी
कस्बे में बालीनाथ महाराज के आश्रम के पास मैदान फोर्ट मालिकों का है। जिसे वे पार्किंग के लिए मेलावधि के दौरान किराए पर देते हैं। इसी प्रकार सालमसागर तालाब के पास एक निजी बाड़े में भी पार्किंग होती है। इनके अलावा सालमसागर तालाब के घाटों के आसपास और रामदेवसर तालाब के रास्तों पर कुछ लोग अवैध रूप से रसीदें काटकर जातरुओं से पार्किंग के नाम पर वसूली भी करते हैं। जबकि उनके पास न तो कोई पार्किंग स्थल है, न ही कोई वैध कागजात। ऐसे में जातरुओं को राशि देने के बाद भी वाहन मुख्य मार्गों पर ही खड़े करने पड़ते हैं।
आपात काल में और दिक्कत
मुख्य मार्गों व सडक़ों के किनारे वाहनों की भीड़ लग जाने पर आपात काल के दौरान कई बार परेशानी बढ़ जाती है। आपात स्थिति में एम्बुलेंस, दमकल के पहुंचने में भी काफी दिक्कतों से रूबरू होना पड़ता है। बावजूद इसके कस्बे में उचित पार्किंग को लेकर जिम्मेदारों की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।