अनुशासन दिखाया, घरों में रहे
इससे पहले रविवार शाम 7.30 बजे से एहतियात के तौर पर प्रशासन की ओर से लागू किए गए ब्लैकआउट के दरम्यान शहरवासी पूरे तौर पर घरों में रहे। उन्होंने न्यूनतम प्रकाश का उपयोग किया। साथ-साथ बैठे और आपस में विचार विमर्श करते हुए समय बिताया। उन्होंने टीवी पर समाचारों का प्रसारण भी देखा और इस पर चर्चा की। कई जनों ने कहा कि यह ब्लैकआउट उन्हें कोरोना महामारी के दौरान होने वाले लॉकडाउन की याद दिला रहा है। इसका उपयोग वे साथ-साथ रह कर रहे हैं। बच्चे व युवा साथ बैठ कर मोबाइल गेम्स के साथ कैरम, ताश आदि से मनोरंजन कर रहे हैं। जहां तक शहर की सडक़ों व गलियों का सवाल है, ब्लैकआउट में पूरी तरह से अंधकार छाया रहा। यह लगातार चौथी रात थी, जब सडक़ें सुनसान हो गई और रात की रौनक कहीं नजर नहीं आई।
स्कूलों में छुट्टियां जारी
जैसलमेर में बीते दिनों से स्कूलों सहित अन्य शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टियां जारी हैं। प्रशासन ने भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव को देखते हुए यह निर्णय लिया था। इस दौरान समान स्कूल परीक्षाएं और विश्वविद्यालयी परीक्षाओं का आयोजन भी स्थगित किया गया है।