वीरांगनाओं का सम्मान
इससे पहले निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सायंकाल में अम्बेडकर पार्क में महिलाएं व बालिकाओं का एकत्रीकरण हुआ। शुरुआत में मां भारती के चित्र पर दीप प्रज्वलित किया गया। समिति की सदस्याओं ने नगर की दो वीरांगनाओं रेखा कंवर जोगा व दाखा कंवर बडोड़ा गांव का सम्मान किया गया। मुख्य अतिथि सीमा सुरक्षा बल की निरीक्षक रेखा मीणा ने कहा कि वह राजस्थान से है और उन्होंने बहुत संघर्ष करते हुए यहां तक का मुकाम तय किया है। उनके परिवार एवं गांव वाले भी गर्व महसूस करते हैं। वह ऑपरेशन सिंदूर के समय भी जैसलमेर सीमा पर अपने साथियों के साथ तैनात थी। मुख्य वक्ता कंचन चारण ने बताया कि भारतीय सेना ने पहलगाम हमले में मारे गए पर्यटकों का बदला लिया और ऑपरेशन सिंदूर में अपने शौर्य का परिचय देते हुए दुश्मन देश के 9 आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया। 100 से अधिक आतंकवादी और 35 पाकिस्तानी जवानों को मार गिराया।आज हमारे देश की सैन्य ताकत ने पूरे विश्व में अपना लोहा मनाया है। सेना ने महिलाओं के सिंदूर का बदला ऑपरेशन सिंदूर से लिया है। कार्यक्रम का मंच संचालन आरती मिश्रा ने किया। शौर्य यात्रा की संयोजिका रजनी गोपा ने आगंतुक महिलाओं का धन्यवाद ज्ञापित किया।
देशभक्ति गीतों से गूंजा माहौल्
शनिवार सायंकाल अम्बेडकर पार्क से निकली शौर्य यात्रा गड़ीसर चौराहा, गुलासतला, आसनी पथ, गोपा चौक, सदर बाजार, कचहरी मार्ग, गांधी चौक, अमरसागर प्रोल और हनुमान चौराहा होते हुए विजय स्तम्भ तक पहुंची। सबसे आगे देशभक्तिपूर्ण गीतों को गुंजायमान करता हुआ डीजे चल रहा था। उसके पीछे ऑपरेशन सिंदूर से संबंधित बैनर थामे बालिकाएं व महिलाएं थीं। गोपा चौक में जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी सहित अन्य भाजपा कार्यकर्ताओं ने शौर्य यात्रा पर पुष्पवर्षा कर स्वागत किया।