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जैसलमेर

पोकरण: इंतजार में पथरा रही आंखें, कब पूरा होगा भूखंड का सपना

पोकरण क्षेत्र के 28 हजार लोगों ने 13 वर्ष पूर्व अपने आशियाने का सपना संजोया, जो जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण आज भी सपना ही बना हुआ है।

जैसलमेरJun 17, 2025 / 08:29 pm

Deepak Vyas

पोकरण. बस्ते में बंद पड़े आवेदन पत्र। पत्रिका

पोकरण क्षेत्र के 28 हजार लोगों ने 13 वर्ष पूर्व अपने आशियाने का सपना संजोया, जो जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण आज भी सपना ही बना हुआ है। आवेदन कर चुके 28 हजार लोग आज भी भूखंड आवंटन का इंतजार कर रहे है, लेकिन 13 वर्षों बाद भी कोई कवायद नहीं हुई है। आवेदकों की ओर से जमा करवाई गई करीब पांच करोड़ रुपए की राशि कागजों में अटकी पड़ी है तो आवेदन पत्र कार्यालय में बस्तोंं में बंध धूल फांक रहे है। कई बार बोर्ड बैठक में भूखंड आवंटन पर चर्चा भी होती है, लेकिन आवंटन को लेकर कोई कवायद नहीं हो रही है। अभी भी लोग भूखंड आवंटन की आस लगाए हैं।

तीन कॉलोनियों में थे 570 भूखंड

नगरपालिका की ओर से 13 जुलाई 2012 को कस्बे में तीन नई कॉलोनियों में भूखंड आवंटन करने के लिए लोगों से आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए थे। जिसके अंतर्गत केशव कॉलोनी में 90, रामदेव कॉलोनी में 450 और बीपीएल परिवारों के लिए आरक्षित संत लिखमीदास कॉलोनी में 30 भूखंड। इस तरह तीनों कॉलोनियों में कुल 570 भूखंडों को आवंटन करने की योजना तैयार की गई थी। जिसके लिए प्रदेशभर से आवेदन आमंत्रित किए गए थे। योजना में भूमिहीन आवेदनकर्ता को लॉटरी पद्धति से भूखंड आवंटन करने थे। इसी को लेकर 16 जुलाई 2012 से 24 सितंबर 2012 तक लगातार दो माह तक आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए थे और प्रदेशभर के लोगों की ओर से करीब 28 हजार आवेदन पत्र जमा करवाए गए।

वसूली गई पांच करोड़ रुपए की राशि

नगरपालिका की ओर से भूखंड आवंटन के लिए काटी गई कॉलोनियों में लोगों की ओर से आवेदन पत्र जमा करवाने की होड़ मच गई। जिसके अंतर्गत केशव कॉलोनी में 8350, रामदेव कॉलोनी में 16 हजार 55 व संत लिखमीदास कॉलोनी में 3279 आवेदन पत्र जमा करवाए गए, जिससे नगरपालिका को केशव कॉलोनी में प्रति आवेदन पत्र धरोहर राशि के रूप में एक करोड़ 67 लाख रुपए, रामदेव कॉलोनी में तीन करोड़ 21 लाख 10 हजार रुपए व संत लिखमीदास कॉलोनी में जमा करवाए गए आवेदन पत्रों से 16 लाख 39 हजार 500 रुपए, इस तरह तीनों कॉलोनियों में कुल धरोहर राशि के रूप में पांच करोड़ 44 लाख नौ हजार 500 रुपए प्राप्त हुए।

समय बीता, रही आस अधूरी

वर्ष 2012 में नगरपालिका की ओर से भूखंड आवंटन के लिए कॉलोनियां काटकर आवेदन पत्र जमा किए गए थे। उस बोर्ड की ओर से भूखंड आवंटन के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद 2015 व 2021 में दो बार चुनाव भी हो गए, लेकिन अभी तक भूखंड आवंटन को लेकर कोई सुगबुगाहट नहीं हो रही है। ऐसे में लोगों की अपने भूखंड की आस अधूरी ही बनी हुई है।

ले जा रहे धरोहर राशि

13 वर्ष बाद भी भूखंड आवंटन को लेकर कोई कार्रवाई नहीं होने के कारण लोगों में निराशा है। कई लोग अपनी धरोहर राशि भी वापिस ले रहे है। लोगों की ओर से प्रार्थना पत्र देकर अपनी धरोहर राशि वापिस ली जा रही है।

फैक्ट फाइल:-

  • 13 वर्ष पूर्व आवेदन किए गए थे आमंत्रित
  • 28 हजार लोगों ने किए थे आवेदन
  • 5 करोड़ से अधिक की राशि नगरपालिका में जमा

कर रहे प्रकरण का अध्ययन

कुछ लोगों ने अपनी धरोहर राशि वापिस ले ली है। प्रकरण का अध्ययन कर आवेदकों की पात्रता की जांच की जा रही है। नियमानुसार आवंटन की कार्यवाही की जाएगी।
  • झब्बरसिंह, अधिशासी अधिकारी नगरपालिका, पोकरण

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