45 लाख किए गए थे खर्च
स्वर्णनगरी को कचरा मुक्त शहरों की गिनती में शुमार करवाने के लिए कचरा संग्रहण करने के लिए फिनलैंड की तर्ज पर मॉडर्न तकनीक से तैयार कचरा पात्रों को पहले चरण में 45 लाख रुपए खर्च कर शहर के 3 स्थानों पर लगाया गया था।-प्रत्येक कचरा पात्र की लागत 15 लाख रुपए थी। उस समय कहा गया था कि यदि प्रयोग सफल रहा तो शहर के अन्य स्थानों पर भी इन्हें लगवाया जाएगा।
- शहर में पहली बार लगे मॉडर्न तकनीक से भूमिगत कचरा पात्र लोगों में आकर्षण का केंद्र भी बने थे।
- बताया गया कि इनका सही उपयोग होगा तो यह करीब 20 से 30 वर्ष तक सुरक्षित रहेंगे।
- -स्वच्छ भारत मिशन के तहत अजमेर के एक संगठन के तकनीकी सहयोग और नगरपरिषद के सहयोग से फिनलैंड की कंपनी ने ऐसे कचरा पात्र बनाने का काम किया।
- ये कचरा पात्र जो पूरी तरह से जमीन में समाहित है। केवल कचरा डालने के लिए जमीन से ऊपर बॉक्स लगा हुआ है।
-लोगों को इस कचरा पात्र में खुद आकर कचरा डालकर ढक्कन बंद करना होता है, लेकिन इनका कभी कायदे से इस्तेमाल शुरू नहीं किया गया।