कम दबाव की वजह से हुई जुलाई में भारी बारिश
राजस्थान में मानसून के वक्त जुलाई में भारी बारिश की वजह के बारे में मानसून के दूसरे चरण अगस्त और सितंबर में सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने गुरुवार को बताया कि देश में जून और जुलाई में भारी बारिश की 624 और अत्याधिक बारिश की 76 घटनाएं दर्ज की गईं, जो पिछले पांच वर्ष में सबसे कम हैं। उन्होंने बताया कि जुलाई में 6 बार कम दबाव की स्थिति बनी। इनमें से तीन कम दबाव की स्थिति की वजह से राजस्थान सहित मध्य भारत में कई स्थानों पर भारी बारिश हुई।राजस्थान में कहां और कैसे बनता है कम दबाव
राजस्थान एक शुष्क और मरुस्थलीय क्षेत्र है। मानसून के मौसम (जून-सितंबर) के वक्त यहां कम दबाव के क्षेत्र का प्रभाव देखा जाता है। यहां बारिश की प्रक्रिया इस प्रकार प्रभावित होती है: