Ramgarh Dam: जलग्रहण क्षेत्र में अतिक्रमण पर सरकार सख्त…पांच विभागों की कमेटी गठित कर 5 दिन में मांगी रिपोर्ट
राजस्थान पत्रिका की ओर से रामगढ़ बांध को भरने वाली बाण गंगा नदी व सहायक नदी-नालों में अतिक्रमण को लेकर सिलसिलेवार खबरें प्रमुखता से प्रकाशित करने पर मुख्यमंत्री कार्यालय ने संज्ञान लिया है। इसके बाद मंगलवार को राजस्व शाखा जिला कलक्ट्रेट के प्रभारी अधिकारी ने पांच विभागों की संयुक्त कमेटी का गठन किया है।
रामगढ़ डेम के जलग्रहण क्षेत्र में अतिक्रमण पर सरकार सख्त, पत्रिका टीवी
Rajasthan: जयपुर में रामगढ़ बांध के जलग्रहण क्षेत्र में आने वाली नदियों व नालों में हो रहे अतिक्रमण का मामला अब सीएमओ तक पहुंच गया है। राजस्थान पत्रिका की ओर से रामगढ़ बांध को भरने वाली बाण गंगा नदी व सहायक नदी-नालों में अतिक्रमण को लेकर सिलसिलेवार खबरें प्रमुखता से प्रकाशित करने पर मुख्यमंत्री कार्यालय ने संज्ञान लिया है। इसके बाद मंगलवार को राजस्व शाखा जिला कलक्ट्रेट के प्रभारी अधिकारी ने पांच विभागों की संयुक्त कमेटी का गठन किया है।
ये कमेटी 5 दिन में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई कर रिपोर्ट पेश करेगी। कमेटी में नगर निगम, जेडीए, जल संसाधन विभाग, सानिवि व राजस्व विभाग के अधिकारियों को शामिल किया गया है। टीम में शामिल सभी विभागों को आपसी समन्वय कर रामगढ़ बांध कैचमेंट एरिया से जुड़े नदी नालों को अतिक्रमण मुक्त करने की कार्रवाई कर पालना रिपोर्ट भिजवाने के आदेश दिए गए हैं। सीएमओ के विशिष्ट सचिव के लिखे गए पत्र की पालना में कलक्टर जयपुर के निर्देश पर राजस्व शाखा के प्रभारी अधिकारी ने उपखण्ड अधिकारी, जमवारामगढ़, शाहपुरा, विराटनगर व आमेर को आदेश जारी किया है।
यह दिए आदेश
आदेश के तहत जोन उपायुक्त नगर निगम हैरिटेज आमेर, जमवारामगढ़, जोन उपायुक्त जेडीए आमेर व जमवारामगढ़, अधिशासी अभियंता सानिवि व जल संसाधन विभाग के अलावा तहसीलदार जमवारामगढ़, आंधी, आमेर, शाहपुरा व विराटनगर की संयुक्त टीम अपने-अपने क्षेत्र में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करेगी।
नदी में उड़ाया ड्रोन, देखा अतिक्रमण का हाल
जिला कलक्टर कार्यालय की ओर से अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई के आदेश जारी होने के बाद जमवारामगढ़ तहसीलदार दिनेश चन्द मीणा ताला से गुजर रही बाण गंगा नदी में पहुंचे। तहसीलदार ने यहां बहाव क्षेत्र के पास चल रहे निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। इस दौरान तहसीलदार ने करीब आधा घण्टे तक ड्रोन उड़ा कर नदी के बहाव क्षेत्र का जायजा लिया। मौका देखने के बाद वे वापस लौट गए।