Amrit Station Scheme: राजस्थान के 8 रेलवे स्टेशनों पर झलका मरूधरा का गौरवशाली इतिहास, लोक कला की झलक बढ़ा रही मान
पीएम नरेंद्र मोदी अगले सप्ताह राजस्थान दौरे पर बीकानेर आएंगे। इस दौरान अमृत भारत स्टेशन योजना में राजस्थान के पुर्नविकसित रेलवे स्टेशनों का करेंगे उद्घाटन
अमृत भारत स्टेशन योजना में राजस्थान के 8 रेलवे स्टेशनों का री-डवलपमेंट
Railway News: देश की लाइफलाइन भारतीय रेलवे में नवाचार ने देश की लोक कला, संस्कृति और परंपराओं को नई पहचान दी है। ट्रेनों के परिचालन में रेलवे स्टेशनों की महती भूमिका को देखते हुए भारत सरकार ने रेलवे स्टेशनों के विकास को लेकर बनाई कार्य योजना अमृत भारत विस्तार योजना के रूप में फलीभूत किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजस्थान के बीकानेर में अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत राजस्थान के पुनर्विकसित 8 रेलवे स्टेशनों का उद्घाटन करेंगे।
जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आगामी सप्ताह बीकानेर दौरा प्रस्तावित है। पीएम मोदी राजस्थान में अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पुनर्विकसित 8 रेलवे स्टेशनों का उद्घाटन करेंगे। चयनित रेलवे स्टेशनो पर री-डवलपमेंट शहर की सांस्कृतिक,आध्यात्मिक और धार्मिक विरासत के आधार पर विकसित किया गया है।
103 स्टेशनों पर काम पूरा, 8 स्टेशन राजस्थान के
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत विकसित किए जा रहे 1300 से अधिक स्टेशनों में से 103 स्टेशन अभी बनकर तैयार हुए हैं, उनमें राजस्थान राज्य के आठ स्टेशन- बूंदी, माण्डल-गढ़, देशनोक, गोगामेड़ी, गोविंदगढ़, मण्डावर-महुवा रोड, फतेहपुर शेखावाटी और राजगढ़ शामिल हैं। 75 करोड़ से अधिक की लागत से विकसित इन स्टेशनों में सौंदर्य, सुविधा और संस्कृति तीनों का समन्वय किया गया है। स्टेशनों पर भव्य प्रवेश द्वार, आकर्षक फसाड, हाई मास्ट लाइटिंग, आधुनिक प्रतीक्षालय, टिकट काउंटर, मॉर्डन टॉयलेट और दिव्यांगजन के लिए सुगम रैंप जैसी सुविधाएं विकसित की गई हैं। प्लेटफॉर्म पर शेल्टर,कोच इंडिकेशन सिस्टम और सूचना के लिए डिजिटल डिस्प्ले लगाए गए हैं। सभी सुविधाओं को दिव्यांगजन अनुकूल बनाया गया है।
राजस्थान की लोक कला, संस्कृति की झलक
राजस्थान में चयनित हर स्टेशन पर राजस्थान की लोक कला, संस्कृति और परंपराओं की झलक भी देखने को मिलेगी। देशनोक स्टेशन के वास्तु में करणी माता मंदिर की झलक मिल रही है। इस स्टेशन पर श्रद्धालुओं के लिए नया स्टेशन भवन, मॉर्डन टायलेट, पार्किंग, पोर्च, कोच पोजीशन डिस्प्ले बोर्ड, जल बूथ, साइन बोर्ड, प्लेटफॉर्म शेल्टर्स लगाए गए हैं। । प्रवेश एवं निकास को सुव्यवस्थित बनाते हुए अलग-अलग गेट की व्यवस्था की गई है। अपनी चित्रकला और किलों के लिए प्रसिद्ध बूंदी अब एक सुंदर, व्यवस्थित और यात्री अनुकूल स्टेशन के रूप में पुर्नविकसित किया गया है।
फतेहपुर शेखावाटी के स्टेशन परिसर में अब यात्रियों को वहां की शेखावाटी शैली की चित्रकारी और स्थापत्य कला की झलक दिखाई दे रही है। गोगामेड़ी, गोविंदगढ़, मण्डावर-महुवा रोड और माण्डल-गढ़ जैसे स्टेशन अब सिर्फ ट्रांजिट पॉइंट नहीं बल्कि स्थानीय जीवन से जुड़े हुए सुविधाजनक केन्द्र बन गए हैं।