देवेंद्र सिंह राठौड़Indian Railways: यात्रियों की सुविधा और पारदर्शिता बढ़ाने के उद्देश्य से भारतीय रेलवे अब रिजर्वेशन चार्ट चार घंटे की बजाय 24 घंटे पहले बनाने की योजना पर काम कर रहा है। इस नई प्रणाली का ट्रायल उत्तर पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंडल की बीकानेर से संचालित एक ट्रेन में शुरू कर दिया गया है। यदि यह सफल होता है तो इसे पूरे देश में लागू किया जाएगा।
दरअसल, रेलवे ट्रेनों में चार घंटे पहले चार्ट बनाता है। ऐसी स्थिति में लंबी वेटिंग प्रक्रिया के चलते कई यात्री सफर से वंचित रह जाते हैं। यहां तक कि वे हवाई यात्रा जैसे वैकल्पिक इंतजाम भी नहीं कर पाते। यह परेशानी खासकर सीजन या लंबी दूरी की ट्रेनों में देखी जाती है, जहां वेटिंग 300 पार भी पहुंच जाती है। इस समस्या के समाधान के लिए रेलवे अब रिजर्वेशन चार्ट को चार की बजाय 24 घंटे पहले बनाने की तैयारी में जुटा है। ट्रायल बेस पर इसे जोधपुर मंडल की बीकानेर से संचालित एक ट्रेन में लागू किया गया है। बताया जा रहा है कि सफल ट्रायल के बाद इसे सभी जोनल रेलवे में लागू किया जा सकता है। यह पहल ज्यादा यात्री भार वाले रूट्स पर बड़ी राहत साबित होगी।
यात्री वैकल्पिक यात्रा कर सकेंगे
रेलवे सूत्रों के मुताबिक मौजूदा नियमों के तहत अभी चार घंटे पहले वेट लिस्ट चार्ट फाइनल होता है। ऐसे में कंफर्म सीट न मिलने पर यात्री वैकल्पिक इंतजाम नहीं कर पाते। यदि उन्हें 24 घंटे पूर्व स्थिति का पता चल जाए तो वे तय समय से पहले सही निर्णय ले सकेंगे।
रेलवे को भी मिलेगी बड़ी राहत, लगा सकेंगे अतिरिक्त कोच
सीजन या अधिक यात्री भार के दौरान रेलवे को कम समय में अतिरिक्त कोच जोडऩे में परेशानी होती है। यदि स्थिति 24 घंटे पहले स्पष्ट हो जाए तो रेलवे भी समय रहते निर्णय ले सकेगा। यात्री भी सीट कंफर्म न होने की स्थिति में समय रहते टिकट रद्द करवा सकेंगे।
तत्काल टिकट की व्यवस्था यथावत
सूत्रों के अनुसार, नए नियम के लागू होने के बाद भी वर्तमान नियमों में बदलाव नहीं किया जाएगा। इसमें तत्काल टिकट की व्यवस्था भी शामिल है। यात्री पूर्ववत नियमों के अनुसार तत्काल टिकट ले सकेंगे।
रेल मंत्री को दिया था सुझाव
सूत्रों ने बताया कि, 21 मई को रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव के बीकानेर दौरे के दौरान डिविजन के अधिकारियों ने यह सुझाव दिया था। उन्होंने इस पर सहमति जताई और ट्रायल की अनुमति दे दी।