मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया और बेहतर समन्वय के लिए आपदा प्रतिक्रिया प्रणाली को मजबूत किया जाए। उन्होंने सायरनों और अन्य संचार माध्यमों को पूर्ण रूप से क्रियाशील रखने के निर्देश दिए ताकि किसी भी आपात स्थिति में आमजन को समय रहते सतर्क किया जा सके।
शर्मा ने मॉक ड्रिल के दौरान आमजन को सुरक्षा मानकों और आपात प्रोटोकॉल की जानकारी देने पर विशेष बल देते हुए कहा कि जागरूकता ही आपदा प्रबंधन की सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने जिला कलेक्टर्स और प्रभारी सचिवों को निर्देशित किया कि वे मॉक ड्रिल का प्रभावी संचालन सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री ने बहुमंजिला इमारतों, आवासीय क्षेत्रों और सीमावर्ती इलाकों में भी मॉक ड्रिल की सघन व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से मॉक ड्रिल की योजना और उसके क्रियान्वयन की विस्तृत जानकारी ली।
इस अवसर पर मुख्य सचिव सुधांश पंत, अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) आनंद कुमार, पुलिस महानिदेशक यू.आर. साहू सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में उपस्थित रहे।