विद्यार्थियों को नुकसान
स्मार्टफोन के लंबे समय तक उपयोग से आंखों में तनाव, सूखापन, मायोपिया, गर्दन व पीठ दर्द, नींद की कमी, थकान, विचलन व पढ़ाई में एकाग्रता की कमी की शिकायतें सामने आई है। अकेलापन, मानसिक तनाव, साइबर बुलिंग, ध्यान भटकना, समय प्रबंधन की कमी और फील्ड वर्किंग में कमी आई है।शिक्षकों को जीरो मोबाइल पॉलिसी पर करना चाहिए विचार
बच्चों में मोबाइल के गलत और अत्यधिक इस्तेमाल ने हालात चिंताजनक बना दिए हैं। इस गलती की शुरुआत माता-पिता और शैक्षिक परिदृश्य से होती है। माता-पिता छह माह के बच्चे को मोबाइल दिखाना शुरू कर देते हैं। वहीं ऑनलाइन पढ़ाई के नाम पर बच्चा मोबाइल का आदी हो जाता है। कई तरह के गेम्स, अनुचित व आपत्तिजनक सामग्री तथा इलेक्ट्रो रेडिएशन ने ब्रेन हार्मोनल बैलेंस का अनुपात बहुत अधिक बिगड़ जाता है। इससे बच्चे हिंसक व्यवहार करने लगे हैं। ओबिडियन्स ट्रेनिंग, ब्लू व्हेल ने बहुत नुकसान किया है। शिक्षकों को जीरो मोबाइल पॉलिसी पर विचार करना चाहिए।डॉ. बिस्वरूप राय चौधरी, प्राकृतिक चिकित्सा विशेषज्ञ