मिली जानकारी के अनुसार विकास का जून 2017 में सामूहिक विवाह हुआ था। इस आयोजन में और भी कई जोड़ों ने फेरे लिए थे। लेकिन शादी के बाद जब दुल्हन का विकास के घर स्वागत किया गया तो उस दिन सब सही थी। अगले दिन सवेरे भी हालात सही ही चल रहे थे। दुल्हन किचन में अपनी पहली रसोई बनाने जा रही थी, कि उसी शाम विकास ने हाथ उठाया और दहेज की मांग करने लगा। दुल्हन ने अपने भाई को इसकी सूचना दी तो भाई और परिवार के कुछ लोग विकास के घर उसे समझाने पहुंचे।
उस समय तो विकास मान गया लेकिन लगातार अपनी पत्नी को दहेज के लिए टॉर्चर करता रहा। बात यही नहीं थमी, विवाद बढ़ता चला गया और आखिर तीन महीने के बाद विवाहिता ने सुसाइड कर लिया। उसके भाई ने मुकदमा दर्ज कराया और जांच पड़ताल एवं कई गवाहों के बयान के बाद मामला विकास की सजा तक पहुंचा। दहेज प्रकरण कोर्ट ने विकास को कल आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।