भजनलाल सरकार अब स्कूलों के सिलेबस में बदलाव की तैयारी कर रही है। नई शिक्षा नीति के तहत तैयार हो रहे सिलेबस में छात्रों को भारत के गौरवशाली इतिहास से रूबरू कराने के लिए यह बदलाव किए जा रहे है। राजस्थान के स्कूलों में प्रारंभिक शिक्षा में अब महाराणा प्रताप से लेकर छत्रपति शिवाजी जैसे भारत के वीर योद्धा और सुभाष चंद्र बोस से लेकर वल्लभभाई पटेल जैसे क्रांतिकारी और महापुरुषों को पढ़ाया जाएगा।
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का कहना है कि नई शिक्षा नीति के तहत अब छात्र केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं रहेंगे। उन्हें भारतीय संस्कृति, इतिहास, वीर योद्धाओं के पराक्रम और अपने देश-प्रदेश की भौगोलिक विशेषताओं की भी व्यावहारिक और रोचक जानकारियां मिल सकेंगी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में जिस तरह के प्रावधान हैं, उसके मुताबिक सिलेबस का निर्माण किया गया है। इसी आधार पर पुस्तक लिखी गई है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत प्रदेश के स्कूलों में कक्षा 1 से 5वीं तक के छात्रों के लिए RSCIT उदयपुर की ओर से नया सिलेबस तैयार किया गया है। जो इसी सत्र में लागू किया जाएगा। छठी से 9वीं और 11वीं का पाठ्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, एनसीईआरटी और एनसीएफ 2023 की गाइड के अनुसार तैयार किया जाएगा। जो अगले सत्र 2026-27 में लागू होगा। वहीं, कक्षा 10वीं और 12वीं का नया सिलेबस भी तैयार होना है। जो सत्र 2027-28 में लागू होगा। इसके लिए एक्शन प्लान तैयार कर पेश करने के निर्देश दिए गए हैं।
महापुरुषों का जोड़ेंगे जीवन चरित्र
राज्य सरकार के निर्देश पर योद्धा और क्रांतिकारियों के बारे में गुणवत्तापूर्ण और सटीक जानकारी स्कूलों के माध्यम से छात्रों तक पहुंचाने के लिए नए सिलेबस पर काम किया गया। इनमें कक्षा तीन से ही हिंदी, इंग्लिश और ईवीएस की किताबों में छात्र देश और प्रदेश के योद्धा और क्रांतिकारियों के बारे में पढ़ना शुरू कर देंगे। इसके बाद कक्षा पांचवीं तक आते-आते छात्रों को वीर दुर्गादास, महाराणा प्रताप, दयानंद सरस्वती, छत्रपति शिवाजी जैसे महापुरुषों का जीवन चरित्र को सिलेबस में जोड़ा जाएगा।