जोधपुर शहर में प्रशासन ने ब्लैकआउट बुधवार रात 12 बजे से सुबह 4 बजे तक बढ़ा दिया। इधर, एयरस्ट्राइक के बरइ सीमावर्ती जिले से सटी भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ हाई अलर्ट पर है। सीमा पार चल रही गतिविधियों पर जवान नजर रखे हुए हैं। पाकिस्तान की ओर से चल रही हलचलों को देखते हुए बीएसएफ ने बॉर्डर पर चौकसी के लिए सीमा चौकियों पर जवानों की संख्या बढ़ा दी है।
सीमा पर सुरक्षा तंत्र सतर्क
जोधपुर के फलोदी का नोख गांव बॉर्डर से करीब 125 किलोमीटर तो मादासर गांव करीब पचास किमी दूर है। इन गांवों में एयरस्ट्राइक के बाद सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा तंत्र सतर्क दिखा। गांव में पुलिस, प्रशासन, बीएसएफ और आर्मी के जवानों ने मोर्चा संभाल लिया है। ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है।
200 किमी बॉर्डर किया सील
श्रीगंगानगर जिले में रावलामंडी, सूरतगढ़ से लेकर हिंदूमलकोट तक करीब 200 किमी की बॉर्डर को बीएसएफ ने सील कर रखा है। जवान पारियों में तारबंदी की पैनी निगरानी रख रहे हैं। भारतीय सेना द्वारा आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देने का असर जवानों के चेहरों पर साफ नजर आया। बीएसएफ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान ने अपने सैनिकों की तैनाती कुछ दिन पहले कर दी थी। पाकिस्तान ने जीरो लाइन से काफी पीछे मिट्टी का बंध बनाया हुआ है, जिससे उस पार चल रही गतिविधि नजर नहीं आती।
गांव से गश्त लगाते दिखते हैं पाक रेंजर्स
बाड़मेर की पश्चिमी सीमा पर आखिरी गांव अकली, यहां से सामने पाकिस्तान नजर आता है। पाक रेंजर्स तारबंदी के पास गश्त करते दिखते हैं। वहीं, भारतीय सीमा पर बीएसएफ की तैनाती है। मुनाबाव रेलवे स्टेशन पर सन्नाटा पसरा हुआ है। गडरारोड़ कस्बे में करीब 15 हजार की आबादी है और यह आस-पास के 100 गांवों का केंद्र है।