फोन मिररिंग के माध्यम से आपके सोशल नेटवर्किंग साइट्स का उपयोग भी कर सकते हैं। अंजान लिंक से ऐप डाउनलोड न करें। पुलिस और साइबर सेल ने भी एडवाइजरी जारी की है।
अनजान लिंक से मिररिंग
स्टेट साइबर सेल के अनुसार साइबर ठग लोगों को वॉट्सऐप और मैसेजर में लिंक भेजते हैं। जैसे ही इस लिंक को मोबाइल धारक टच करता है, तो इससे भी मोबाइल की मिररिंग हो जाती है। यह लिंक विभिन्न ऑफर्स या कंपनियों के नाम से दिए जाते हैं। ये भी पढ़ें: कचरा कैफे में जमा करें प्लास्टिक, फ्री में मिलेगा ‘खाना’, ‘किराना’ और ‘कैश’ मिलते-जुलते नाम
ऑनलाइन ऐप से लोग जमकर खरीदी करते हैं। प्रोडक्ट पर ऑफर भी दिए जा रहे हैं। इसकी आड़ में साइबर ठग कंपनी के नाम से मिलते जुलते नामों का उपयोग कर मोबाइल यूजर्स को लुभावने सपने दिखाकर ठगने का प्रयास कर रहे हैं।
लोग लिंक के जरिए एपीके फाइल या ऐप डाउनलोड कर लेते हैं। इससे मोबाइल का एक्सेस ठगों को मिल जाता है। मोबाइल का उपयोग सोच समझकर करें। सूर्यकांत शर्मा, एएसपी