याचिकाकर्ता ने बताया ऑनलाइन स्ट्रीमिंग और सट्टा लगवाया, अरबों रुपए कमाए
याचिकाकर्ता सिमरन इस्सर के अधिवक्ता उमेश त्रिपाठी ने बताया, हैदराबाद के सुरेश पालागुडू ने रेस क्लब में दो घोड़ों की रेस शुरू की। उसने फिलीपींस में ऑनलाइन स्ट्रीमिंग की और सट्टा लगवाया और अरबों रुपए कमाए। लेकिन कर्मचारियों को वेतन दिया और न ही घोड़ाें को भोजन। इस पर एक्टिविस्ट लावण्या शिखावत ने पेटा व नेशनल हॉर्स ब्रीडिंग सोसायटी को शिकायत की थी।
नहीं जाने दिया फॉर्महाउस
याचिकाकर्ता ने बताया, वह सचिन के फॉर्महाउस में जाना चाहता था, लेकिन उसे रोका गया। कलेक्टर के आग्रह को भी उसने नहीं माना। फॉर्महाउस में घोड़ों की हालत खराब है। उन्हें भूखा रखा जा रहा है। प्रकरण की जांच कर दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की। कोर्ट ने संबंधितों को नोटिस जारी किया है।
बूढ़े घोड़े क्यों लाए?
फॉर्महाउस संचालक सचिन तिवारी की ओर से अधिवक्ता हाजिर हुए। कोर्ट में उनसे पूछा गया कि रेसिंग हैदराबाद में हो रही थी। फिर इतने सारे घोड़े जबलपुर क्यों लाए गए। अधिवक्ता ने कहा, ब्रीडिंग के लिए। इस पर कोर्ट ने पूछा वे मर क्यों गए? अधिवक्ता ने बताया बूढ़े होने के कारण। इस पर कोर्ट ने अचरज जताते हुए कहा कि ब्रीडिंग के लिए बूढ़े घोड़े क्यों लाए ?
दावा: 18 घोड़े मरे
याचिका में दावा है कि सरकार 11 घोड़ों के मरने की जानकारी दी गई, जबकि अब तक 18 की मौत हुई है। हाईकोर्ट ने सुनवाई के बाद जिला कलेक्टर को रिपोर्ट पेश करने के निर्देश जारी किए। इसके अलावा घोड़ों के केयरटेकर सचिन तिवारी का ट्रैक रिकार्ड व घोड़ों को उपलब्ध कराये जा रहे उपचार और भोजन के संबंध में प्रस्तुत करने के निर्देश जारी किए हैं।