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एएसपी आनंद कलादगी
ने गुरुवार को पुलिस कंट्रोल रूम में बताया, राकेश के दामाद राजवीर ने 10 मई को परम को रेलवे ब्रिज के पास घूमते देखा। राकेश कार से बेटे के साथ गया। वहां से तीनों ने उसका अपहरण किया और अपने घर ले गए। घर में बंद कर उसे बेट से पीटा। परम के अधमरा होने पर उसे बाथरूम में ले गए और शरीर के ६ टुकड़े कर दिए। पुलिस के अनुसार तीन माह पहले आरोपी राकेश की पत्नी की छत से गिरने से मौत हो गई थी। उसे शक था कि परम ने पत्नी की हत्या की है। होमगार्ड जवान राकेश पहले कजरवारा में रहता था। ३ माह पहले नंदन विहार में रहने आया है।
टैटू से पर्दाफाश
पुलिस(Jabalpur Murder) ने 12 मई को कृष्णा कॉलोनी के खाली प्लॉट से 6 टुकड़ों में बंटी लाश बरामद की थी। बोरे में बंद लाश का पता सड़ने की गंध आने पर चला था। मृत व्यक्ति के हाथ, पैर, सिर अलग कटे मिले थे और पेट भी फाड़ दिया गया था। कटे हाथ में मंजू-परम नाम के टैटू ने इस पूरे मामले का पर्दाफाश कर दिया।
पुलिस जांच पर नहीं था भरोसा
जिस समय राकेश की पत्नी की मौत हुई परम फ्रैक्चर के कारण अस्पताल में भर्ती था। उसके पैर में रॉड डालना पड़ा था, लेकिन पुलिस पर राकेश को भरोसा नहीं था। इसलिए परम को लेकर उसके मन में घृणा भर गई थी। पीएम रिपोर्ट में भी परम के पैर में रॉड होने की पुष्टि हुई थी।