यातायात के लिहाज से महत्वपूर्ण है यह ब्रिज
सीमांकन में पता चला कि ब्रिज के पिलर जहां खड़े होने हैं, वहां नपा की पेयजल की पाइपलाइन है। ऐसे में पिलर खड़े नहीं किए जा सकते। नपा के मुताबिक सड़क के राइट साइड में फिलहाल पाइप लाइन है। जिसे लेफ्ट साइड में शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए स्थल निरीक्षण किया जा चुका है। इंजीनियर आदित्य पांडेय ने बताया कि करीब 200 मीटर पाइपलाइन को शिफ्ट किया जाएगा। जिसकी शिफ्टिंग की राशि करीब 22 लाख रुपए ब्रिज कॉर्पोरेशन नपा को देगा। इसके अलावा जगह भी तय होना है। इन्हीं वजहों से अभी पाइपलाइन शिटिंग का काम नहीं हुआ है। यातायात के लिहाज से यह ब्रिज महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
600 मीटर लंबा ब्रिज
राज्य और केंद्रीय अंश से ब्रिज बनाने में करीब 40 करोड़ रुपए खर्च होंगे। 600 मीटर लंबा ओवरब्रिज हाईवे पेट्रोल पंप से होते हुए सोनासांवरी रेलवे गेट के ऊपर होते हुए एक हिस्सा सोनासांवरी गांव की तरफ और दूसरा हिस्सा न्यास कॉलोनी बॉयपास रोड पर उतारने की योजना है।
बॉयपास सड़क की हालत खराब, लोग परेशान
न्यास कॉलोनी बॉयपास सड़क से होते हुए हाईवे खेड़ा को जोड़ने वाली सड़क की हालत बारिश से खराब हो चुकी है। जिसकी वजह से इस क्षेत्र से लोगों को आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
एप्रोच रोड बनाने हटाए जाएंगे कब्जे
रेलवे गेट के पास ब्रिज के पिलर खड़े हो गए हैं। अब एप्रोच रोड बनाने के पहले सीमांकन किया गया। जिसमें लोगों के कच्चे और पक्के निर्माण आ रहे हैं। ब्रिज कॉर्पोरेशन के इंजीनियरों की टीम ने सीमांकन कर जानकारी का संधारण कर लिया है। एप्रोच रोड बनाने के लिए इन कब्जों को हटाया जाएगा।
जनवरी 2016 में हुआ था सर्वे
ब्रिज कॉर्पोरेशन ने जनवरी 2016 में सोनासांवरी रेलवे गेट 226 और धरमकुंडी रेलवे गेट 222 का सर्वे किया था। इस सर्वे के बाद इसका एस्टीमेट बनाकर राज्य शासन को भेजा गया था। जो एस्टीमेट भेजा गया था उस वक्त वह करीब 12 करोड़ का प्रोजेक्ट था मगर विभाग का एसओआर बदलने से उसकी लागत बढ़ गई। जिसके बाद यह प्रस्ताव नए एस्टीमेट के साथ दोबारा भेजने का निर्णय हुआ था। लोक निर्माण विभाग ब्रिज ने दूसरी बार में इसका 22 करोड़ रुपए नया एस्टीमेट तैयार किया था और ड्राइंग डिजाइन सहित डीपीआर शासन को भेजी थी। ब्रिज की सीमा में करीब 200 मीटर पाइपलाइन आ रही है। जिसे शिफ्ट किया जाएगा। जिस पर होने वाले खर्च का एस्टीमेट बनाकर ब्रिज कॉर्पोरेशन को दिया जा चुका है। अभी ब्रिज कॉर्पोरेशन ने राशि नहीं दी है। इसके अलावा पाइपलाइन किस जगह शिट की जाएगी, यह भी नहीं बताया गया है। – आदित्य पांडेय, इंजीनियर नपा