mp news: मध्यप्रदेश के इंदौर में एक अत्यंत दुर्लभ बच्चे का जन्म हुआ है। बच्चे के दो सिर हैं जो एक ही धड़ से जुड़े हुए हैं। इंदौर के शासकीय एमजीएम मेडिकल कॉलेज के संबद्ध एमटीएच अस्पताल में इस दुर्लभ बच्चे का जन्म हुआ है। अत्यंत गंभीर अवस्था में महिला की डिलेवरी कराई गई थी और इस बच्चे का जन्म हुआ। दो सिर वाले बच्चे के जन्म लेने की खबर पूरे शहर में चर्चा का विषय बनी हुई है।
इंदौर के एमटीएच अस्पताल में मंगलवार रात को जटिल डिलीवरी स्त्री रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ. निलेश दलाल के मार्गदर्शन में अत्यंत गंभीर अवस्था में महिला की डिलेवरी कराई गई और महिला ने इस दुर्लभ बच्चे को जन्म दिया। बच्चे के दो सिर हैं जो आपस में जुड़े हुए हैं और एक ही धड़ है। डॉक्टर्स ने बताया कि मेडिकल भाषा में इन्हें पैरापैगस डिसेफेलिक ट्विंस कहा जाता है। इसमें धड़ आपस में जुड़ी रहती है लेकिन सिर दो होते हैं। बच्चे की हालत गंभीर है व उसे सीएनसी यूनिट में रखा गया है।शिशु रोग विशेषज्ञों की टीम उनकी निगरानी कर रही है। यह मामला चिकित्सा अनुसंधान और जन-जागरूकता दोनों के दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
रायसेन में जन्मी बिना हाथों की बच्ची
बता दें कि इससे पहले भी दुर्लभ बच्चों का जन्म हुआ है जो चर्चाओं में रहे हैं। इसी महीने 3 जुलाई 2025 को रायसेन जिले के बेगमगंज सिविल अस्पताल में बिना हाथों वाली बच्ची का जन्म हुआ था। तब सीबीएमओ डॉ. नितिन सिंह तोमर ने बताया था कि ग्राम देवलापुर निवासी मजदूर अरबाज खान की पत्नी रोशनी की यह पहली डिलीवरी थी, गांव की आशा कार्यकर्ता के जरिए रोशनी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रोशनी ने खूबसूरत बेटी को जन्म दिया, लेकिन दुर्भाग्य से उसके दोनों ही हाथ नहीं हैं, कंधों से ही हाथों का अभाव था।