कंसल्टेंट कंपनी द्वारा डीपीआर बनाने के बाद आइडीए के नक्शे को हाईराइज कमेटी के सामने रखा था, जहां से मंजूरी मिल गई है। अब नगर निगम में नक्शा पास होते ही ठेकेदार कंपनी हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड काम शुरू कर देगी। तीन साल में उसे बिल्डिंग बनानी होगी।
डबल बेसमेंट पार्किंग, तीन तरफ सड़क
पार्किंग के लिए डबल बेसमेंट बनाया जाएगा तो ग्राउंड व फर्स्ट लोर का उपयोग कमर्शियल होगा। इसमें बड़े शो रूम व दुकानें रहेंगी। एमआर-12 की 45 मीटर सड़क तैयार हो रही है। बिल्डिंग के तीन तरफ सड़क अलग-अलग मार्गों को जोड़ेगी।
सबसे अलग होगी बिल्डिंग
-बिल्डिंग परिसर व फ्लैट की गैलरी में बड़े पौधे लगाए जाएंगे। गार्डन में घास होगी, ताकि धूल न उड़े। -ड्रेनेज के पानी को रिसाइकिल करने के लिए एसटीपी प्लांट लगाया जाएगा। यह पानी पौधों व बगीचे में उपयोग होगा। -बिल्डिंग की छत पर सोलर पैनल लगेगी। इसकी बिजली का उपयोग कॉमन पैसेज में लगी लाइट में होगा। -निर्माण ऐसा होगा कि सभी लैट में पर्याप्त रोशनी और हवा रहे, ताकि बिजली की खपत कम हो।
-स्विमिंग पूल, जिम, इनडोर स्पोर्ट्स हॉल, शॉवर रूम और हॉल बनाया जाएगा। -योजना 136 में हाईराइज बिल्डिंग ग्रीन कॉन्सेप्ट पर बनेगी। 16 मंजिला बिल्डिंग को कमेटी ने मंजूरी दे दी है। निगम से नक्शा पास होते ही काम शुरू होगा।-आरपी अहिरवार, सीईओ, आइडीए