विभाग ने की जांच
दरअसल, जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत राजभवन के जनजातीय प्रकोष्ठ की विषय विशेषज्ञ दीपमाला रावत ने स्थान चयन करने के लिए महू एसडीएम कार्यालय में बैठक की थी। इसमें रायकुंडा गांव के कुंड का चयन किया गया। राजभवन के दल ने निरीक्षण किया तो यहां मूर्तियां मिलीं। ग्रामीणों ने कहा, गांव में कोई भी शुभ कार्य यहीं से शुरू होता है। फिर दीपमाला ने पुरातत्व विभाग को चिट्ठी लिखकर मंदिर व मूर्तियों का परीक्षण कर जानकारी देने को कहा।पुरातत्व विभाग और तलाशेगा पुरावशेष
11वीं-12वीं ईस्वी की मूर्तियां, पुरातत्व विभाग की जांच में खुलासा। मूर्तियां और मौजूद खंडों के आधार पर शक्ति मंदिर होने की संभावना पर अब होगा काम। और भी पुरावशेष होने की संभावना तलाशेगा पुरातत्व विभाग।ये मूर्तियां मिली
1-महिषासुर मर्दिनी2-गौरी कामदा
3-अंधकारसुर वध
4-त्रिपुरांतक ये भी पढ़ें: ऑपरेशन सिंदूर के बाद सामने आया बड़ा बयान, जानें किसने कहा- मैं इस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं… ये भी पढ़ें: भारत के ऑपरेशन सिंदूर पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का बड़ा बयान, पीएम मोदी से किया आग्रह