तनाव के दौरान व्यक्ति अधिक थकान महसूस करता है और सिरोटोनियन कम हो जाता है। रोज 10 मिनट हंसना(Benefits of 10 minutes Laughing) शुरू करते हैं तो सिरोटोनियन की मात्रा बढ़ती है। सिर दर्द भी कम होता है। मनोचिकित्सकों के पास ऐसे केस भी आ रहे हैं, जिन्हें नींद नहीं आती या नींद पूरी नहीं होती। हंसने से उनकी नींद का समय करीब दो घंटे बढ़ा है। इसका सबसे ज्यादा लाभ बुजुर्गों को हुआ है।
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शहर के कई पार्कों में बुजुर्गों के ऐसे लाफ्टर ग्रुप बने हैं, जो सुबह दस मिनट बगैर किसी कारण के हंसते हैं। हाथों को धीरे-धीरे ऊपर उठाते हुए हंसी तेज करते हैं व आसमान की तरफ देखकर शरीर को रिलेक्स करते हैं। कई युवा भी अब उनके साथ शामिल होने लगे हैं।
रोज दस मिनट हंसने की सलाह
हंसने से इंटरनल ऑर्गन की जॉगिंग हो जाती है। नार्वे में एक स्टडी हुई है कि जो लोग हंसमुख स्वभाव के होते हैं, उनकी लाइफ दूसरों के मुकाबले अधिक होती है। मेरे पास तनाव या एंजायटी के जो मरीज आ रहे हैं, उन्हें मैं म्यूजिक थैरेपी व रोज दस मिनट हंसने की सलाह दे रहा हूं। दवाओं के साथ यह भी जरूरी है। इससे 40 फीसदी मरीजों को लाभ हुआ है। – डॉ. वैभव चतुर्वेदी, मनोचिकित्सक
हंसी की चिकित्सा से जीवन को बनाएं रंगीन
पूर्व पुलिस अधिकारी व समाजसेवी प्रवीण कक्कड़ ने बताया कि हर साल मई के पहले रविवार को विश्व हास्य दिवस मनाया जाता है। यह दिन सिर्फ मनोरंजन के लिए नहीं, बल्कि हंसी के माध्यम से मानवता को जोड़ने, तनाव मुक्त करने और आंतरिक आनंद को जगाने के लिए समर्पित है। धीरे-धीरे यह हंसी थेरेपी बन जाती है। अस्पतालों में लाफ्टर क्लब बनाए जाते हैं, जहां मरीजों को हंसाकर उनके उपचार में तेजी लाई जाती है। शोध बताते हैं कि 15-20 मिनट की हंसी 2 घंटे की नींद के बराबर आराम देती है। कैंसर, डिप्रेशन और हृदय रोगों में भी हंसी थेरेपी कारगर साबित हुई है।