Heart Attack से पहले मिलने वाले सामान्य लक्षण
इंडियन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी के जनरल सेक्रेटरी डॉ. सीएम नागेश के अनुसार, दिल का दौरा आने से पहले कुछ हफ्तों तक शरीर में कई ऐसे लक्षण आ सकते हैं जिन्हें अनदेखा नहीं करना चाहिए। इनमें लगातार थकान महसूस होना, हल्की मेहनत करने पर सांस फूलना, छाती में भारीपन या असुविधा, नींद न आना, चक्कर आना और अनजाने में चिंता होना शामिल है। इसके अलावा ठंडी पसीना आना, दिल की धड़कन अनियमित होना और जबड़ा, पीठ या बाएं कंधे में दर्द भी हो सकता है।
ये लक्षण सामान्य परेशानी से कैसे अलग हैं?
इन संकेतों की खास बात यह है कि ये लगातार बने रहते हैं और आपकी रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित करने लगते हैं। उदाहरण के लिए, जो व्यक्ति पहले आराम से सीढ़ियां चढ़ सकता था अब थोड़े कदम चलने पर ही सांस फूलना या छाती में दबाव महसूस करना दिल की समस्या का संकेत हो सकता है। बिना किसी खास वजह के लगातार अपच या मतली भी खतरनाक संकेत हो सकते हैं।
पुरुषों और महिलाओं के लक्षणों में है अंतर
जहां छाती में दर्द दोनों में सबसे आम लक्षण है, वहीं महिलाओं में दिल के दौरे के संकेत थोड़े अलग और मुश्किल से पहचाने जाने वाले हो सकते हैं। महिलाओं को अक्सर थकान, मतली, चक्कर, सिर का हल्का घूमना या पीठ और जबड़े में दर्द जैसा महसूस हो सकता है। कई बार महिलाओं को पारंपरिक छाती का दर्द भी महसूस नहीं होता जिससे बीमारी की पहचान कठिन हो जाती है। इस वजह से महिलाओं के लक्षणों को अक्सर पाचन संबंधी या मानसिक समस्या समझ लिया जाता है।
अगर ये संकेत दिखें तो क्या करें?
डॉ. नागेश सलाह देते हैं कि अगर आप लगातार ऐसे लक्षण महसूस करें तो इंतजार न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। डॉक्टर आपके हार्ट की जांच कराएंगे जैसे ECG, स्ट्रेस टेस्ट या ब्लड टेस्ट, जिससे समस्या की सही पहचान हो सके। साथ ही दिल की सेहत बनाए रखने के लिए नमक और चीनी कम करें। धूम्रपान छोड़ें, तनाव को नियंत्रित करें और नियमित हल्की फुल्की एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। दिल के दौरे से पहले के ये संकेत छोटे और सामान्य लग सकते हैं लेकिन इन्हें नजरअंदाज करना खतरनाक साबित हो सकता है। इसलिए अपने शरीर की बात सुनें और समय रहते डॉक्टर से सलाह लें। आपकी सतर्कता ही आपकी जान बचा सकती है।
डिसक्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और यह किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी दवा या उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें।