हार्ट डिजीज अभी भी सबसे ज्यादा जानलेवा है और हर साल अधिक लोगों की जान ले रहा है। अकेले 2022 में राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आकंड़ो के अनुसार 32,457 लोगों की दिल के दौरे से मृत्यु हुई, जो पिछले वर्ष के 28,413 मौतों के आंकड़े से 12-12.5% की वृद्धि दर्शाता है। ये बेहद डरावना है ना? इससे भी बुरी बात यह है कि लगभग आधे भारतीय वयस्कों को पहले से ही किसी न किसी प्रकार का हृदय रोग है।
डॉ. हेमंत चतुर्वेदी ने बताया, हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल, डायबिटिज, धूम्रपान और सामान्य आनुवंशिकी जैसे कई जोखिम कारक किसी को भी प्रभावित कर सकते हैं। हाई ब्लड प्रेशर, और कोलेस्ट्रॉल विशेष रूप से लगातार बढ़ रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और अन्य प्रमुख शोध संस्थानों की रिपोर्ट के अनुसार, 2050 तक भारत में हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा और डायबिटिज के मामलों में काफी वृद्धि होने का अनुमान है।
कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. हेमंत चतुर्वेदी ने ऐसे दो ब्लड टेस्ट बताए है जो हार्ट डिजीज के जोखिम का पता लगा सकते हैं। (Cardiologist Reveals Why an LDL Over 60 Is The True Warning Sign, And The 2 Tests Everyone Needs)
कोलेस्ट्रॉल: जब आप कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) टेस्ट करवाते हैं तो डॉक्टर आमतौर पर आपके
- कुल कोलेस्ट्रॉल,
- एलडीएल (जिसे “खराब” कोलेस्ट्रॉल कहते हैं),
- एचडीएल (जिसे “अच्छा” कोलेस्ट्रॉल कहते हैं) और
- ट्राइग्लिसराइड्स की जांच करते हैं।
लंबे समय से माना जाता है कि एलडीएल ही सबसे खतरनाक है, क्योंकि यह धमनियों में जमकर रुकावट पैदा कर सकता है। यही रुकावट आगे चलकर दिल का दौरा या स्ट्रोक बन जाती है।
एलडीएल 60 mg/dl से ऊपर चला जाए तो खतरा
डॉक्टरों का कहना है कि अगर एलडीएल 60 mg/dl से ऊपर चला जाए तो खतरा बढ़ना शुरू हो जाता है। और जितना ज्यादा यह स्तर बढ़ेगा, उतनी ही जल्दी सेहत पर बुरा असर पड़ेगा। एलडीएल कोलेस्ट्रॉल, जिसे अक्सर “खराब” कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है हार्ट डिजीज और स्ट्रोक के जोखिम को बढ़ाने लिए जाना जाता है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, ज्यादातर डॉक्टर सामान्य रूप से स्वस्थ वयस्कों के लिए एलडीएल का स्तर 100 मिग्रा/डीएल से कम रखने की सलाह देते हैं।
JAMA कार्डियोलॉजी में मेटा-विश्लेषण
अगर आपको हृदय रोग है, तो आपका कोलेस्ट्रॉल 70 मिग्रा/डीएल से नीचे रखना है। JAMA कार्डियोलॉजी में एक मेटा-विश्लेषण में पाया गया कि एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को 70 मिग्रा/डीएल की सुरक्षित सीमा से नीचे लाना न सिर्फ ठीक है बल्कि आपके हृदय के लिए वास्तव में बहुत अच्छा भी है। शोध में पाया गया कि अगर एलडीएल (“खराब” कोलेस्ट्रॉल) को और भी नीचे लाया जाए 20 mg/dL तक तो दिल का दौरा और स्ट्रोक का खतरा लगभग 20% तक कम हो सकता है। फर्क नहीं पड़ता कि यह कमी दवा, इंजेक्शन या किसी और तरीके से हुई हो, फायदा सबमें बराबर मिला। और अच्छी बात ये कि इतना कम करने पर भी कोई बड़ा साइड इफ़ेक्ट नहीं दिखा।
ApoB टेस्ट
ApoB टेस्ट असल में बताता है कि खून में कितने “खतरनाक” कोलेस्ट्रॉल कण (LDL, VLDL, IDL) हैं। कभी-कभी आपका एलडीएल सामान्य लगता है, लेकिन ApoB दिखा सकता है कि असली खतरा कितना है। नए शोध के मुताबिक, ApoB हृदय रोग के खतरे को समझने का सबसे भरोसेमंद टेस्ट माना जा रहा है।