लंबे समय तक काम करने का असर
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अगर कोई व्यक्ति हफ्ते में 55 घंटे या उससे ज्यादा काम करता है तो उसमें दिल की बीमारियों और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। लगातार काम करने से शरीर और दिमाग को आराम नहीं मिलता, जिससे ब्लड प्रेशर, शुगर और स्ट्रेस लेवल बढ़ जाते हैं। ये सभी हार्ट अटैक के बड़े कारण बनते हैं।
तनाव और अनियमित दिनचर्या
ज्यादा काम करने का सीधा असर मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। लगातार डेडलाइन, काम का बोझ और नींद की कमी से तनाव (Stress) बढ़ता है। तनाव के कारण हार्मोनल असंतुलन होता है और शरीर में सूजन (Inflammation) की समस्या बढ़ जाती है, जो दिल की सेहत पर बुरा असर डालती है। वहीं, लंबे समय तक काम करने वालों में अक्सर खानपान बिगड़ जाता है। वे या तो समय पर खाना नहीं खाते या फिर फास्ट फूड का सेवन बढ़ा देते हैं। यह भी हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा देता है।
कितना काम करना है सही?
विशेषज्ञों का कहना है कि स्वस्थ रहने के लिए हफ्ते में 40 से 48 घंटे का काम करना पर्याप्त है। यानी रोज़ाना लगभग 8 घंटे। इससे ज्यादा काम करने पर शरीर को थकान महसूस होने लगती है और दिल पर दबाव बढ़ने लगता है। अगर किसी कारणवश आपको लंबे समय तक काम करना पड़ता है, तो बीच-बीच में ब्रेक लेना ज़रूरी है। साथ ही, नींद पूरी करना, हेल्दी डाइट लेना और नियमित व्यायाम करना भी हार्ट की सुरक्षा के लिए जरूरी है। कैसे करें दिल की सुरक्षा?
- रोजाना 7-8 घंटे की नींद लें।
- काम के बीच 5-10 मिनट का ब्रेक जरूर लें।
- योग, ध्यान और प्राणायाम से तनाव को कम करें।
- हेल्दी डाइट में फल, सब्जियां और नट्स शामिल करें।
- हफ्ते में कम से कम 5 दिन 30 मिनट व्यायाम करें।