जानकारी के मुताबिक, नवोदय विद्यालय में वोल्टेज इतना कम था कि पंखे ठीक से नहीं चल रहे थे, जिससे बच्चों को गर्मी से काफी परेशानी हुई। इसी के चलते 20 से ज़्यादा बच्चों की तबीयत खराब हो गई। इनमें से 12 बच्चों को तुरंत पिहानी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। वहीं, शैलजा (कक्षा 10) और पूजा (कक्षा 9) नाम की दो छात्राओं को गंभीर हालत में हरदोई मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया।
बीमार बच्चों में राखी (कक्षा 11), सिया (कक्षा 9), और हिमांशी (कक्षा 10) भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि सभी बच्चों ने रात में छोले-पूरी खाई थी, जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ी.
स्कूल प्रशासन की लापरवाही
विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य रमेश सिंह ने इस घटना को सामान्य बताया है। उनका कहना है कि स्कूल में न तो खाने की कोई समस्या है और न ही पानी की। उनके अनुसार, भीषण गर्मी की वजह से रोज़ाना 4-5 बच्चे बीमार हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि रात में 4-5 छात्राएं, सुबह 8-10 बच्चे और अभी 2-3 बच्चों को अस्पताल ले जाया गया है। बच्चों के लगातार बीमार होने पर भी स्कूल प्रशासन का ऐसा बयान देना लापरवाही को साफ दर्शाता है। हालांकि, सभी बच्चों को हरदोई मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन भी हरकत में आया और जिलाधिकारी ने खुद मेडिकल कॉलेज जाकर बच्चों का हालचाल जाना।
जिलाधिकारी ने दिए जांच के आदेश
हरदोई के जिलाधिकारी अनुनय ने बताया कि कुछ छात्रों को घुटन की शिकायत थी, जिसके बाद उन्हें भर्ती कराया गया। कुछ छात्रों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से छुट्टी दे दी गई है, जबकि कुछ अभी भी हरदोई मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं, जिनसे मिलकर वे अभी आए हैं। जिलाधिकारी ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं और ज़रूरी कार्रवाई की जा रही है।