जमीन की कीमत 4 हजार रुपया वर्ग फीट
एक रास्ते की सडक़ गायब हो चुकी है, उसमें गड्ढे और पानी ही पानी है। बची खुची कसर भारी वाहन इस रास्ते को रौंद कर खराब कर रहे हैं। वैसे तो कॉलोनी में भारी वाहनों की एंट्री का कोई मतलब नहीं है। लेकिन दिन के समय पुलिस की वसूली से बचने के लिए आए दिन भारी वाहन चालक कॉलोनी में गाडिय़ां खड़ी करते हैं। यह गाडिय़ां रास्ता तो घेरती है कॉलोनी की सडक़ भी खराब कर रही हैं।देवेन्द्र सिंह यादव कहते हैं गाइडलाइन के हिसाब से कॉलोनी में जमीन की कीमत 4 हजार रुपया वर्ग फीट है जबकि सौदे इससे ज्यादा दाम पर होते हैं। उन्होंने भाईयों के साथ कॉलोनी में जमीन में खरीदी है। अब मकान बनवा रहे है। बिल्कुल बाजू के प्लॉट में गोबर और पानी भरा है। देवेन्द्र कहते हैं कि कॉलोनी में चार-पांच डेयरी हैं। जबकि रिहायाशी बस्ती में डेयरी संचालक पर रोक है लेकिन शील नगर में यह कानून नहीं चलता। डेयरी संचालक आधी रात को या सुबह- सुबह गोबर भर नाले, खाली प्लॉट में डेयरी वाले गोबर पटकते हैं। इसके अलावा आसपास की कॉलोनी में रहने वाले भी यहां कचरा फेंकते हैं।